कौंच एक आयुर्वेदिक दवा है, जो सेहत से संबंधित कई विकारों को दूर करता है। वैसे तो भारत में कई तरह के औषधियों और जड़ी-बूटियां है। उ ये स्वास्थ्य को कई तरीकों से लाभ पहुंचाता है। इसका इस्तेमाल खासकर पुरुष बांझपन और तंत्रिका विकारों के इलाज में किया जाता है। इसका इस्तेमाल प्राचीन समय से ही औषधि के रूप में किया जा रहा है। इस जड़ी बूटी का नाम कौंच के बीज है।
कौंच बीज के फायदे – Benefits of Kaunch Beej in Hindi
पार्किंसंस के लिए - पर्किंसंस तंत्रिका तंत्र से जुड़ी बीमारी है। यह तब होती है, जब मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाएं डोपामाइन नामक ब्रेन केमिकल का पर्याप्त निर्माण नहीं कर पाती हैं। ऐसे में मरीज को कंपकंपी, शरीर में दर्द व चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है। हालांकि, यह बीमारी उम्र बढ़ने पर हो सकती है, लेकिन कभी-कभी यह जेनेटिक और कम उम्र के व्यक्ति को भी हो सकती है। इस समस्या को दूर करने के लिए कौंच के बीज लाभकारी होते हैं।
अच्छी नींद के लिए - हर किसी के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी होती है। अगर नींद पूरी नहीं होती है, तो न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक समस्याएं भी हो सकती है। इसके लिए कौंच का बीज लाभकारी हो सकता है। अगर सफेद मूसली के साथ कौंच का सेवन किया जाए, तो अनिद्रा की समस्या से राहत मिल सकती है।
डायबिटीज के लिए - कौंच के बीज के डायबिटीज के लोगों के लिए भी लाभकारी हो सकते हैं। कौंच बीज एंटीडायबिटिक एजेंट की तरह काम कर सकता है
कैसे करें कौंच की बीज का इस्तेमाल -
कौंच बीजों का इस्तेमाल करने के लिए इन्हें कुछ देर दूध या पानी में भिगोएं। उसके बाद इनका छिलका उतार कर धूप में सुखा दें। सूखने के बाद बीजों को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें। इसे रोजाना सुबह और शाम को मिश्री या दूध के साथ लें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।