सरसों का नाम लेते ही लोगों के मन में सबसे पहले सरसों का तेल आता है। लेकिन हम तेल की नहीं इसके बीजों के बारे में कुछ अहम बात जानते हैं। सरसों के बीजों में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर के लिए आवश्यक माने जाते हैं। इनमें कैल्शियम, सेलेनियम, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम और मैंगनीज जैसे खनिज की प्रचुर मात्रा होती है। इसके साथ ही विटामिन बी, प्रोटीन और फाइबर की भी मात्रा खूब पाया जाता है। सरसों में पाए जाने वाले गुण कैंसर, गठिया के साथ-साथ कई तरह की स्किन समस्या से बचाता है। तो चलिए जानते हैं सरसों के बीज के फायदों के बारे में।
सरसों के बीज के फायदे : Benefits Of Mustard Seeds In Hindi
अस्थमा -
सरसों में मौजूद औषधीय गुण अस्थमा की बीमारी में फायदेमंद हो सकते हैं। सरसों के बीच में साइनपाइन नामक कार्बनिक यौगिक पाया जाता है, ये मांसपेशियों की सक्रियता और फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है।
माइग्रेन का खतरा कम होता है -
सरसो के बीच में राइबोफ्लेविन नामक विटामिन मौजूद होता है, जो माइग्रेन के खतरे को कम कर सकता है।
मेटाबॉलिज्म बूस्ट करे -
सरसों के बीज पाचन क्रिया में मदद करते हैं और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं। इसके सेवन से कब्ज डायरिया जैसी समस्या ठीक हो सकती है।
डायबिटीज कंट्रोल करे -
सरसो के बीच में हाइपोग्लाइसेमिक और एंडीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
दिल को सवस्थ रखे -
अगर को व्यक्ति थोड़े से सरसों के बीजों को चबाकर खाता है तो इसे दिल स्वास्थ्य रहता है इससे आर्टिरीज चौड़ी होती है। इनमें ब्लॉकेज नहीं होती है। साथ ही हार्ट डिजीज जैसे हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट होने का रिस्क कम होता है।
सर्दी जुखाम में मददगार -
कई लोगों को बार-बार सर्दी जुकाम होता रहता है, तो ऐसे में सरसों के बीजों को चबाकर खाएं, यह सीने में कफ के कारण कंजेशन को भी कम करते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।