वसंत कुसुमाकर रस के नाम से ही पता चल जाता है कि यह पौधा वसंत के मौसम खिलने वाला पौधा (कुसुम) है इसलिए इस दवा को लेने से शरीर को नई ताकत मिलती है। वसंत कुसुमाकर रस डायबिटीज में उपयोग की एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवा है क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य और स्थिर करता है। इसका उपयोग एंटी-हाइपरग्लाइकेमिक, कामोत्तेजक और कार्डियोप्रोटेक्टिव एजेंट के रूप में भी किया जाता है। वसंत कुसुमाकर रस टैबलेट या पाउडर के रूप में मिलता है। इस दवा का उपयोग मूत्र, नर्वस और गेरियाट्रिक रोगों के इलाज के लिए भी किया जाता है।
वसंत कुसुमाकर रस के फायदे - Benefits of Vasant Kusumakar Ras in Hindi
डायबिटीज के लिए - वसंत कुसुमाकर रस में एंटी-डायबिटिक और एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जो टाइप 1 और 2 डायबिटीज के लिए एक उपयुक्त इलाज है। यह डायबिटिक न्यूरोपैथी और डायबिटिक कारब्यून के इलाज में भी मदद करता है क्योंकि यह रिकवरी को तेज करता है, सूजन और लालिमा को कम करता है और इन्फेक्शन को रोकता है। लेकिन इसे 4 सप्ताह तक ही उपयोग किया जा सकता है।
वजन बढ़ाता है - अगर किसी का डायबिटीज की वजह से वजन कम हो रहा है तो ऐसे में वसंत कुसुमाकर रस का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह मांसपेशियों को शक्ति देता है। इस मामले में सबसे अच्छा सहायक गाय का दूध है। अश्वगंधा, शतावरी और मुलेठी पाउडर वात और पित्त के मामलों में उपयोग किया जाता है।
अनिद्रा की समस्या - अगर किसी को नींद ना आने की समस्या हो रही है तो उसके लिए वसंत कुसुमाकर रस का सेवन लाभकारी हो सकता है। लेकिन इसके सेवन से पहले किसी डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।