औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी (Tulsi) सेहत से जुड़ी कई बीमारियों में रामबाण मानी जाती है। ये शरीर में मौजूद स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल के लेवल को कम कर तनाव (stress) दूर करने में मदद करती है। इसलिए कहा जाता है कि सुबह जब सो कर उठे तो दूध की चाय के बजाय तुलसी का चाय (tulsi tea) पीएं। इसके साथ ही मुलेठी की बात करें तो ये आयुर्वेद में काफी महत्व रखती है। इसके जरिए कई सारी परेशानियों को दूर किया जाता है। अपच से लेकर पेट संबंधी अन्य समस्याओं में ये काफी कारगर मानी गई है। मुलेठी (Mulethi) के पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें- कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate), शुगर (sugar), कैल्शियम (calcium), मैग्नीशियम, आयरन (iron), फॉस्फोरस, पोटैशियम (pottasium), सोडियम (sodium), सेलेनियम और कॉपर (copper) जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं और ये सारे हमारी सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद होते हैं। ऐसे में अगर सुबह-सुबह तुलसी और मुलेठी की चाय पिया जाए तो सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद होगा।
तुलसी मुलेठी चाय के 3 फायदे
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए (tulsi Mulethi Tea increase immunity)
ठंड के मौसम में तुलसी और मुलेठी की चाय पीना काफी फायदेमंद होता है। इस दौरान सबसे ज्यादा सर्दी और जुकाम का खतरा रहता है। ऐसे में ये इससे तो राहत दिलाती ही है साथ ही खांसी की समस्या से राहत दिलाती है। इसके अलावा ये इम्युनिटी को भी मजबूत बनाती है।
इनडाइजेशन को दूर करे (Apach Door kare)
मुलेठी और तुलसी की चाय पेट के लिए बेहद ही फायदेमंद होती है। नियमित रूप से इसके सेवन करने से ये पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है। इसके साथ ही कई लोग एसिडिटी की समस्या से परेशान होते हैं तो उन्हें भी इसकी चाय फायदा करती है।
पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से मिलेगा राहत (Relief from pain during period)
कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान काफी दर्द होता है। ऐसे में मुलेठी और तुलसी की चाय से राहत मिल सकता है। इसके साथ ही मांसपेशियां को भी रिलैक्स मिलता है।
तुलसी मुलेठी चाय बनाने का तरीका
एक बर्तन में 2 कप पानी डाल लें
इसमें मुलेठी का चूर्ण और 5-7 तुलसी के पत्तों को को डाल दे
साथ में चाहे तो अदरक और काली मिर्च भी मिल सकते हैं
5 मिनट तक उबलने के बाद इसे छानकर इसमें शहद मिलाकर गर्म गर्म सेवन करें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।