सर्दियों का मौसम (Winter season) आते ही लोगों में आलस भी होने लग जाती है। जिसके कारण बहुत ज्यादा नींद का आना भी शुरू हो जाता है। लोग सर्दियों में अक्सर दिन में सो जाते हैं। वैसे भी सर्दियों में रजाई में सोने का अपना ही कुछ अलग मज़ा होता है। पर क्या आपने कभी सोचा है, सर्दियों में इतनी ज्यादा नींद क्यों आती है। अगर आप ये बात नहीं जानते हैं, तो आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों लोग सर्दियों में इतना ज्यादा सोना पसंद करते हैं। तो चलिए जानते हैं।
सर्दियों में जल्दी नींद आने के कारण और उपाय Causes and remedies for early sleep in winter in hindi
विटामिन डी की कमी Vitamin d deficiency - सर्दियों में सुबह उठने में परेशानी इसलिए भी होती है क्योंकि हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है। जिस कारण हमें आलस आती है और ज्यादा सोन का मन करता है। इसलिए सर्दियों में ये जरूरी होता है कि कम से कम आधे से एक घंटा धूप में बैठे जिससे आपका शरीर स्फूर्ती भरा हो।
मसालेदार खाना (Spicy food) - सर्दियों के दौरान हम अक्सर मसालेदार खाने का सेवन करते हैं। इतना ही नहीं बहुत ज्यादा पूरी और पराठे का सेवन भी हम करने लगते हैं। जिसके कारण हमारे शरीर में आलस आने लगती है और हम ज्यादा सोना शुरू कर देते हैं।
शरीर को गर्म रखने के कारण (To keep the body warm )- सर्दियों में हम खुद को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़े पहनते हैं और जब सर्दियों में हमारा शरीर गर्म होने लगता है, तो नींद भी बहुत ज्यादा आने लग जाती है। इसलिए हम ज्यादा सोने लगते हैं।
ज्यादा नींद आने की एक वजह ये भी होती है कि मेलाटोनिन नाम का एक हार्मोन, जो शरीर में पीनियल ग्लैंड से रिलीज होता है। ये हार्मोन नींद आने में मदद करता है। ये हार्मोन शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालता है। वहीं, ऐसा माना जाता है कि नींद का कंट्रोल रोशनी और अंधेरा से है। जब भी हमारे दिमाग का एक हिस्सा रोशनी के संपर्क में आता है, तो ये हार्मोन अचानक ही एक्टिव हो जाता है। मेलाटोनिन, बॉडी टेम्परेचर और हार्मोन को कंट्रोल करता है। इन्हीं तीनों की वजह से बॉडी में नींद प्रभावित होती है। मेलाटोनिन हार्मोन नींद को बढ़ाता है।
ज्यादा नींद न आए उसके लिए करें ये उपाय -
आप खुद को काम में व्यस्त रखें, इससे आपको नींद नहीं आएगी।
सुबह सुबह जल्दी नहा लें क्योंकि अक्सर लोग सर्दियों में नहीं नहाते हैं, जिसके कारण दिनभर उन्हें आलस आती है।
मसालेदार खाना थोड़ा कम खाएँ।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।