चाय (Tea) का जहां नाम आता है वहां चाय प्रेमियों का चाय पीने का मन कर जाता है। भारत में सुबह की पहली चाय अगर न मिले तो यहां लोगों का दिन शुरू नहीं होता। चाय दिनभर की थकान मिटाने के लिए सबसे जरूरी चीज होती है। कई लोग चाय की चुस्की दिन में एक या दो बार नहीं बल्कि 4 से 5 बार और कई लोग तो इससे भी ज्यादा बार चाय पी लेते हैं। चाय के जहां कुछ फायदे हैं, तो हम आपको बता दें कि ज्यादा चाय पीने के बहुत से नुकसान भी होते हैं। एक दिन में कितनी चाय पीना चाहिए इस बात का पता हमें होना चाहिए और अगर आपको इसकी जानकारी नहीं है, तो आइए इस लेख के जरिए जानते हैं कि एक दिन में कितनी चाय पीना चाहिए-
एक दिन में कितनी पीनी चाहिए - Ek Din Me Kitni Chai Peena Chahiye In Hindi
चाय जिस तरह से सेहत को फायदे पहुंचाती है उसी तरह उसको पीने के नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं। यदि आप एक दिन में कई बार चाय पीते हैं, तो इस बात का ध्यान जरूर रखें कि ये नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए इस नुकसान से बचने के लिए एक दिन में आप ज्यादा से ज्यादा 2 कप चाय का ही सेवन करें।
ज्यादा चाय पीने से होने वाले नुकसान - Jyada Chai Pine Se Hone Vale Nuksan
डिहाइड्रेशन की हो सकती है समस्या - यदि आप दिन में 4 से 5 कप चाय का सेवन करते हैं, तो सावधान हो जाएं, क्योंकि ज्यादा चाय के सेवन से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। चाय में पाये जाने वाला कैफीन (Caffeine) यूरिन के जरिए पानी को शरीर से बाहर निकाल देता है जिसके कारण बॉडी डिहाइड्रेट होने लगती है।
चाय से होते हैं दांत कमजोर - ज्यादा चाय के सेवन से दांत कमजोर पड़ने लग जाते हैं। साथ ही इसके सेवन से दांतों में पीलापन आने लग जाता है। जो लोग सुबह उठकर बिना ब्रश किए चाय पीते हैं उनको कैविटी (Cavity) होने का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि मुंह में पहले से मौजूद एसिड की मात्रा में भारी बढ़ोतरी हो जाती है, जिससे कैविटी होने लगती है।
ज्यादा चाय के सेवन से हड्डियां होती हैं कमजोर - जो लोग दिन में 4 से 5 कप चाय का सेवन करते हैं उनकी हड्डियां (Bones) कमजोर पड़ने लग जाती हैं। जिसके कारण हड्डी टूटने का डर रहता है। साथ ही इससे जोड़ो में भी दर्द हो सकता है।
पेट (Stomach) के लिए नुकसानदायक - चाय पीने से आंतों के लिए नुकसानदायक होता है। इसके ज्यादा सेवन से आंतों के खराब होने का खतरा बना रहता है जिससे पाचन तंत्र में दिक्कत हो सकती है। ज्यादा चाय के सेवन से सीने और पेट में जलन भी बनी रहती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।