अगर किसी व्यक्ति के चश्मे के नंबर बार-बार बढ़ रहा है तो इसके कई कारण हो सकते हैं। अनहेल्दी लाइफस्टाइल, डायबिटीज की समस्या आदि। ऐसे में लोगों को कई लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे आंखों का लाल होना, आंखों में भारीपन की समस्या, सिर में दर्द होना, इंद्रधनुषी रंग नजर आना, रौशनी धीरे-धीरे कम होना आदि। जानते हैं चश्मे का नंबर जल्दी-जल्दी बदलने के कारण और बचाव के उपाय
चश्मे का नंबर जल्दी-जल्दी बढ़ने के कारण - Chasme Ka Number Jaldi-Jaldi Badhne Ka Karan In Hindi
ग्लूकोमा (Glaucoma) - ग्लूकोमा के कारण व्यक्ति की आंखों की पॉवर जल्दी-जल्दी बदल सकती है। ग्लूकोमा एक ऐसी बीमारी है, जिसकी वजह से आंखों की रौशनी को नुकसान पहुंचता है। इसका इलाज करने के लिए डॉक्टर दवा, आई ड्रॉप, लेजर आदि की मदद लेते हैं। ग्लूकोमा को काला मोतिया या काला पानी के नाम से भी जाना जाता है।
उम्र बढ़ना (Age factor) - लोगों की बढ़ती उम्अर की वजह से भी चश्मे का नंबर तेजी से बदल सकता है। जब आप 40 की उम्र पार कर लेते हैं तो आपको सामान्य से ज्यादा रौशनी की जरूरत होती है ताकि आप पढ़ सकें। उम्र बढ़ने के साथ आई चेकअप जरूरी हो जाता है ताकि आंखों से जुड़ी बीमारी (eye diseases in hindi) का पता लगाया जा सके।
एलर्जी (Allergy) - अगर किसी को दवा से एलर्जी है तो उसके चश्मे का नंबर जल्दी-जल्दी बदल सकता है। कई बार दमा की दवा या स्टेराइड का सेवन या कॉटिजोन आदि दवा के कारण आंखों पर बुरा प्रभाव पढ़ता है और आंखें कमजोर होने लगती हैं।
चश्मे का नंबर जल्दी बदलने की समस्या से कैसे बचें? (How to prevent frequent change in eye power)
चश्मे का नंबर जल्दी-जल्दी न बढ़े इसके लिए कुछ आसान उपाय अपना सकते हैं जैसे- समय-समय पर आंखों की जांच करवाते रहना, इससे आपको पता चलेगा कि आंख में कोई बीमारी तो नहीं है और समय रहते उसका इलाज हो सकेगा। व्यक्ति को ताजी सब्जियां और फलों का सेवन करना चाहिए ताकि जरूरी विटामिन और मिनरल शरीर को मिल सकें। इसके साथ ही आपको विटामिन ए युक्त चीजों का भी सेवन करना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।