मॉनसून के बाद का समय जिम जॉइन करने और एक्सरसाइज़ के लिहाज़ से काफी अच्छा रहता है। अक्सर लोग गर्मी में जिम जाने और एक्सरसाइज़ करने से बचते हैं क्योंकि उत्तरी भारत के इलाकों में तो भीषण गर्मी पड़ती है। हफ्ते की शुरुआत चेस्ट एक्सरसाइज़ के साथ होती है। हफ्ते के बाकी दोनों में भले ही लोग कोई दूसरी एक्सरसाइज़ करें, लेकिन सोमवार को दुनिया की ज्यादा जगहों में चेस्ट वर्कआउट ही किया जाता है। आप जिम में नए हैं, तो 4 या 5 एक्सरसाइज़ करना भी ठीक रहेगा। कुछ लोग होते हैं, जो जिम में जाते ही ज्यादा वजन उठाने पर ध्यान देते हैं। लेकिन ऐसा करना गलता है। अगर आप नए हैं, तो शुरुआत में कम वजन के साथ एक्सरसाइज़ करने की सही टैक्निक सीखें, उसके बाद धीरे-धीरे वजन बढ़ाएं। जिम जॉइन करने के बाद आपको धैर्य रखना होगा क्योंकि शरीर में फर्क दिखने के लिए आपको थोड़ा समय देना होगा। सोमवार- चेस्ट डे अपने हफ्ते की शुरुआत चेस्ट की एक्सरसाइज़ के साथ करें। शुरुआत में कोशिश करें कि आप 4-5 चेस्ट एक्सरसाइज़ जरूर करें। जैसे-जैसे आप वेट (वजन) बढ़ाएं, उसी हिसाब से Reps (रिपीटिशन) कम कर सकते हैं। एक्सरसाइज़ करने का एक सबसे बड़ा और कभी न भूलने वाले नियम है कि एक्सरसाइज़ करते वक्त वेट ज्यादा लगे तो किसी भी मदद लेने से बिल्कुल भी ना कतराएं क्योंकि यहां शेखी बघारने से अच्छा है, अच्छे और सावधानी से एक्सरसाइज़ की जाए। पहली एक्सरसाइज़- बैंच प्रेस बैंच प्रेस के आप 3 सेट कर सकते हैं और सभी सेट्स में 8-10 Reps होने ही चाहिए। पहले सेट में आप थोड़े कम वजन से 10 Reps, दूसरे और तीसरे में 8-8 Reps कर सकते हैं। रोड के अलावा इस एक्सरसाइज़ को डम्बल के जरिए भी किया जा सकता है। आप जिस भी तरह से सहज महसूस करें, वैसे ही कर सकते हैं। लेकिन बैंच प्रेस को रोड से करना ज्यादा अच्छा और कारगर माना जाता है। इसे करने की वजह से छाती, कंधों और ट्राइसेप्स के मसल्स पर असर पड़ता है।