हमारे देश में हर पौधे का कोई न कोई महत्व जरूर होता है। जिन पौधों को कई बार हम जंगली समझते हैं आयुर्वेद में उनके भी कई फायदे देखने को मिलते हैं। उनमें से एक पौधा है चिरचिटा का पौधा। जिसे हम कई नामों से जानते हैं जैसे कि लटजीरा, चिचड़ा, अपामार्ग ये सभी इस पौधे के नाम हैं। ये पौधा घर के आस-पास, जंगल-झाड़ या अन्य स्थानों पर अपने आप ही निकल आता है। लेकिन बहुत कम लोगों को ही इसकी पहचान और इसके गुणों के बारे में पता होता है। आयुर्वेद में इस पौधे के बहुत से महत्व होते हैं जैसे कि दांतों के रोग, घाव, पाचन तंत्र विकार सहित अन्य बीमारियों में चिरचिटा के औषधीय गुण से लाभ मिलता है। आइए जानते हैं इसके गुणों के बारे में ।
चिरचिटा के पौधे के औषधीय गुण - Chirchita Ke Paudhe Ke Aushadhiya Gun In Hindi
दांत दर्द में उपयोगी (Useful in toothache) - चिरचिटा का पौधा दांत दर्द में बहुत उपयोगी माना गया है। अगर आप दांत के दर्द से परेशान रहते हैं। ऐसी स्थिति में आप चिरचिटा के पत्तों के रस को रुई में लगाकर उस दर्द वाली जगह पर रखें। ये दर्द को कम करने में बहुत मदद करता है। वहीं चिरचिटा की ताजी जड़ का उपयोग आप दातुन की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे दांतों का हिलना, मसूड़ों की कमजोरी, और मुंह से बदबू आने की परेशानी भी ठीक होती है। साथ ही इससे दांतों की अच्छी तरह से सफाई भी हो जाती है।
मुंह के छालों के लिए फायदेमंद (Beneficial for mouth ulcers) - मुंह के छालों से परेशान हैं। चिरचिटा के पत्तों का काढ़ा बनाकर उससे गरारे करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।
त्वचा के लिए फायदेमंद (Beneficial for skin) - त्वचा के लिए चिरचिटा के पत्तों के बहुत से फायदे होते हैं। इसके पत्तों पीसकर लेप की तरह तैयार करें और उसे त्वचा पर हुए फुंसी या फोड़े, गांठों पर लगाने से आराम मिलता है।
पाचन तंत्र (Digestive System) - पाचन तंत्र को सुधारने में मिलती है मदद। अगर आपको भूख नहीं लगती है, तो आप चिरचिटा की जड़ या पंचांग का काढ़ा बनाकर उसका 10-30 मिली मात्रा पीने का सेवन करें इससे भूख बढ़ाने में मदद मिलती है।
अस्थमा के उपचार के लिए (For the treatment of asthma) - यदि आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो आप चिरचिटा के पत्तों को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर हुक्का में डालकर पीने से फेफड़ों को साफ करने में मदद मिलती है।
किडनी स्टोन में लाभदायक (Kidney Stone) - किडनी स्टोन में चिरचिटा बहुत ही लाभकारी होता है। इसकी जड़ को पीसकर काढ़ा बनाकर पीने से किडनी स्टोन टूट के निकल जाते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।