डायबिटीज (Diabetes) भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बीमारियों में से एक है, जो वृद्धों, युवाओं के साथ-साथ बच्चों को भी प्रभावित कर रही है। मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज में ब्लड प्रेशर हाई (High) या लौ (Low) हो जाता है। अभी तक इसे जड़ से खत्म करने का कोई इलाज नहीं है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आपको अपने खाने-पीने और लाइफस्टाइल का बहुत ध्यान रखने की जरूरत होती है। आइये इस लेख के माध्यम से डायबिटीज के लक्षण (Symptoms) और घरेलू उपाय (Home Remedies) के बारे में जाने।
डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय - Diabetes Ke Lakshan Aur Gharelu Upay In Hindi
डायबिटीज के शुरुवाती लक्षण : Diabetes Early Symptoms In Hindi
डायबिटीज टाइप-1 में लक्षण जल्दी दिखते है और डायबिटीज टाइप-2 के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते है।
प्यास ज्यादा लगना (feeling excessively thirsty)
यूरिन ज्यादा आने के कारण, शरीर में पानी की कमी से प्यास ज्यादा लगती है जिस से हम बार - बार प्यासा महसूस करते है; ज्यादा प्यास लगना डायबिटीज टाइप-2 के लक्षण है।
घाव या चोट का धीरे भरना (slow healing of a wound)
खून में शुगर का लेवल बढ़ने के कारण ऐसा होता है। डायबिटीज टाइप-2 मरीज़ो में ऐसा लक्षण देखने को मिलते है।
यूरिन ज़्यादा आना (increased urine)
किडनी खून में मौजूद ज्यादा शुगर को फ़िल्टर करने में सक्षम नहीं होती इसलिए इसे (अतिरिक्त शुगर) निकलने का एक मात्र तरीका यूरिन के रास्ते है।
भूख का बढ़ना (increased appetite)
डायबिटीज में इंसुलिन के कमी या प्रतिरोध के कारण, खाया हुआ खाना को शरीर एनर्जी में बदल नहीं पाता, जिस के कारण हम अक्सर भूखा महसूस करते है।
वजन कम होना (sudden weight loss)
डायबिटीज में अपर्याप्त इंसुलिन उत्पादन के कारण शरीर खून से ग्लूकोज को बॉडी सेल में पहुंचा नहीं पाता एनर्जी के तौर पर इस्तेमाल के लिए जिसके कारण शरीर फैट और मांसपेशियों को बर्न करने लगता है एनर्जी लिए जिसके वजन कम होने लगता है।
डायबिटीज के लिए घरेलू उपाय : Diabetes Home Remedies In Hindi
1. नीम के पत्ते (Neem Leaves)
नीम के पत्ते चबाने और रस पीने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। इसके अलावी नीम में एंटी-डायबिटिक गुण भी पाए जाते हैं। ये सभी तत्व मधुमेह भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
2. जामुन के बीज का उपयोग (Blackberry Seeds)
डायबिटीज के आयुर्वेदिक इलाज में जामुन के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें। इसका चूर्ण बना लें। अब इसे सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लें। इससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
3. अंजीर के पत्ते का पानी (Anjeer (fig) Leaf Water)
अंजीर के पत्तों को खाली पेट चबाने या पानी में उबाल कर पीने से मधुमेह कंट्रोल रहता है। अंजीर के पत्तों में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं, जिससे ब्लड शुगर का लेवल कम करने में मदद मिलती है।
4. दालचीनी (Cinnamon)
डायबिटीज के रोगियों के लिए दालचीनी भी काफी असरदार औषधि मानी जाती है। दालचीनी के बायोएक्टिव यौगिक मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। दालचीनी इंसुलिन की गतिविधि को उत्तेजित करके रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करती है। आधा चम्मच पिसी हुई दालचीनी को गर्म पानी में मिलाकर दिन में एक बार सेवन कर सकते हैं।
5. लहसुन (Garlic)
लहसुन को आयुर्वेद में काफी इस्तेमाल किया जाता है। सभी के घरों में खाने में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम करने और मधुमेह को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके लिए रातभर लहसुन की 2-3 कलियों को पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इन्हें चबाकर खा लें।
6. करेला का सेवन (Bitter gourd)
मधुमेह रोगियों के लिए करेला का सेवन करना विशेष लाभदायक माना जाता है। करेला, शरीर में ग्लूकोज के मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने के साथ ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है।
7. मेथी का करें सेवन (Fenugreek seeds)
मेथी के सेवन ग्लूकोज टॉलरेंस को बढ़ावा देने के साथ, रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इंसुलिन के स्राव को उत्तेजित करने में सहायक होता है। 2 बड़े चम्मच मेथी के दाने को रात भर पानी में भिगो दें और अगली सुबह खाली पेट इस पानी को पी लें। यह आपके ग्लूकोज के स्तर को नीचे लाने में मदद करेगा।
8. आंवला (Amla)
आंवला डायबिटीज में भी फायदेमंद है. इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी से पाया जाता है। आंवला में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं। आंवला खाने के 30 मिनट में ब्लड शुगर लेवल कम किया जा सकता है। आप आंवला पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
9. आम के पत्ते (Mango leaves)
आम के पत्तों का इस्तेमाल डायबिटीज के इलाज के लिए किया जा सकता है। ये रक्त में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करता है। 10 से 15 पत्तियों को रात भर एक गिलास पानी में भिगोने की सलाह दी जाती है। बेहतर परिणाम के लिए खाली पेट इसका पानी पीना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।