गैल्स्टोन (Gallstones) डाइजेस्टिव फ्लूइड के जमा होने से पित्ताशय की थैली में बन सकते हैं। पित्ताशय आपके पेट के दाहिनी ओर, आपके लीवर के ठीक नीचे एक छोटा, नाशपाती के आकार का अंग होता है। पित्ताशय की थैली में पित्त नामक एक पाचक द्रव (digestive fluid) होता है जो आपकी छोटी आंत में छोड़ा जाता है। कुछ लोगों में सिर्फ एक पित्त पथरी विकसित होती है, जबकि अन्य में एक ही समय में कई पित्त पथरी विकसित हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में इलाज और दवाओं के साथ खान-पान का भी अधिक ध्यान रखना होता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको गॉल ब्लैडर स्टोन होने पर खान-पान से सम्बंधित जानकारी देने जा रहे हैं।
गॉल ब्लैडर स्टोन होने पर क्या खाएं और क्या ना खाएं?
गॉल ब्लैडर स्टोन होने पर क्या खाएं : What To Eat If You Have Gall Bladder Stone In Hindi
1. दूध के स्थान पर सोया मिल्क का सेवन करें।
2. बीन्स, पत्तेदार सब्जियों का चुनाव करें।
3. ब्राउन राइस, होल ग्रेन ब्रेड जैसे होल ग्रेन का सेवन करें।
4. फिश ऑयल, ऑलिव ऑयल जैसे हेल्दी फैट्स का सेवन करें।
5. फाइबर युक्त भोजन करें इससे गॉल ब्लैडर की पथरी का जोखिम भी कम होता है।
6. विटामिन C, कैल्शियम, विटामिन B युक्त भोजन का सेवन करें, इससे आपका ब्लैडर स्वस्थ रहेगा।
7. गॉल ब्लैडर स्टोन में लो-फैट प्रोटीन डाइट ही लें।
गॉल ब्लैडर स्टोन होने पर क्या ना खाएं : What Not To Eat If You Have Gall Bladder Stone In Hindi
अपने आहार में इन उच्च फैट वाले खाद्य पदार्थों से बचने या सीमित करने का प्रयास करें:
1. तले हुए खाद्य पदार्थ,
2. हाइली प्रोसेस्ड फूड्स (डोनट्स, पाई, कुकीज),
3. दूध के डेयरी उत्पाद (पनीर, आइसक्रीम, मक्खन),
4. फैटयुक्त लाल मांस।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।