आंखें शरीर का अहम हिस्सा है। ऐसे में इनका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आज के समय में लोगों की आंखों (dry eyes) में सूखापन देखने को मिलता है, जिसकी वजह से लोग बार-बार अपनी आंखों को रगड़ते रहते हैं। खासकर बच्चों में ये समस्या ज्यादा परेशान करती है। इसकी वजह से आंखों में बहुत परेशानी हो सकती है, इसलिए समय पर इसका इलाज कराना चाहिए। जानते हैं बच्चों की आंखों में सूखेपन के कारण और कुछ उपाय।
बच्चे की आंखों में सूखापन का कारण
बच्चे की आंखों में सूखापन एलर्जी,
आंखों की ग्रंथियों में शिथिलता,
ऑटोइम्यून विकारों,
अंतःस्रावी कारणों,
सूजन संबंधी समस्या और
तंत्रिका तंत्र से जुड़ी स्थितियों के कारण हो सकती है।
बच्चे की आंखों में सूखापन के लक्षण
1. बच्चों की आंखों में सूखापन होने पर बच्चे अक्सर अपनी आंखें रगड़ते रहते हैं।
2. ऐसे में आंखों को गर्म और शुष्क महसूस होता है।
3. आंखों में सूखापन होने पर आंखों में बार-बार पानी आता है।
4. आंखों में जलन और चुभन महसूस होती है।
5. आंखों से धुंधला दिखता है।
आंखों के सूखेपन का उपचार
1 . आंखों में सूखापन से दूर रहने के लिए बच्चों को पढ़ाई या गेम खेलने के दौरान मोबाइल या गैजेट्स की स्क्रीन से बार-बार ब्रेक लेने के लिए कहें।
2. बच्चे को फोन या टीवी देखने की बजाय बाहर जाकर खेलने के लिए लेकर जाएं।
3. आंखों में नमी बढ़ाने के लिए इनडोर ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें।
4. अगर बच्चे की आंखों में अधिक परेशानी हो रही है, तो ऐसे में आप सोते समय पंखा बंद कर दें।
5. आंखों को गर्म कपड़े से हल्के हाथों से सेंकने का प्रयास करें।
6. बालों पर हेयर ड्रायर का इस्तेमाल कम करें या बंद करें।
7 . बच्चों को पढ़ते समय आंखों की सुरक्षा के लिए उन्हें चश्मा दें।
8 . आंखों में सूखेपन की समस्या को दूर रखने के लिए जरूरी सभी विटामिन्स और सप्लीमेंट लेने के लिए कहें।
9. आंखों को बार-बार रगड़ने को न कहें। इससे भी दर्द और जलन की समस्या बढ़ सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।