ड्राई आइस एक तरह की की सूखी बर्फ होती है, जो शरीर की के काफी हानिकारक मानी जाती है। नॉर्मल आइस जहां तापमान ज्यादा होने पर पिघलने लगती है, वहीं ड्राई आइस धुंआ बनकर उड़ने लगती है। इस आइस को कार्बन डाइऑक्साइड से बनाया जाता है, इसलिए इसे छूना नहीं चाहिए। वहीं, अगर कोई व्यक्ति गलती से इस आइस को खा ले तो इससे उसकी कोशिकाओं को नुकसान हो सकता है। कहा जाता है कि ड्राई आइस को कभी एयर टाइट बॉक्स में नहीं रखना चाहिए। क्योंकि इससे गैस निकलती है और इस गैस से ब्लास्ट भी हो सकता है। तो आइए जानते हैं क्या है ड्राई आइस के नुकसान।
क्या होती है Dry Ice?
Dry Ice एक प्रकार से सूखी बर्फ है जिसका तापमान -80 डिग्री तक होता है। ये केवल ठोस कार्बन डाइऑक्साइड से बना होता है। इसे ऐसे समझें कि नॉर्मल बर्फ को जब आप मुंह में रखते हैं तो वो पिघलकर पानी बनने लगता है लेकिन, ये पिघलने पर सीधे कार्बन डाइऑक्साइड गैस में फैल जाता है। ड्राई आइस का उपयोग अक्सर इसके असाधारण रूप से कम तापमान के कारण किराने के सामान और मेडिकल चीजों को स्टोर करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल फोटोशूट और थियेटर में होता है।
ड्राई आइस के नुकसान?
1 . ड्राई आइस स्किन को बहुत खराब तरीके से डैमेज कर सकती है और अगर कोई इसे गलती से खा लेता है, तो ये इंटरनल आर्गन बुरे तरीके से डैमेज कर सकती है। इससे उसकोबुरी तरह से नुकसान पहुंचता है, जैसा जलने से होता है।
2 . मुंह में ड्राई आइस जाने पर फ्रॉस्ट बाइट जैसे अलसर बन सकते हैं, जिससे खून निकल सकता है।
3 . ड्राई आइस से दम घुटने का एहसास भी हो सकता है।
जानिए ड्राई आइस के संपर्क में आने के बाद क्या करें?
1 . बहुत गर्म पानी न लगाएं।
2 . प्रभावित क्षेत्र को तुरंत गुनगुने पानी (35 C से अधिक नहीं) से धोएं।
3 . सामान्य पानी से आंखें धोएं।
4 . होश में आने पर तुरंत गुनगुना पानी पिएं।
5 . तुरंत गरारे करें।
6 . सांस न ले पाने की स्थिति में: तुरंत अस्पताल जाएं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।