बदलते मौसम में छोटे से लेकर बड़ों को बुखार आना एक आम समस्या है। कभी-कभी बारिश के बाद निकलती तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी तापमान में बदलाव कर देती है, जिससे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। यही कारण है कि बुखार के बैक्टीरिया आसानी से शरीर में घर कर जाते हैं। यही शरीर में होने वाले इंफेक्शन का कारण भी है। ये इंफेक्शन तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान में प्रवेश कर जाता है। साधारण बुखार 2-3 दिन बना रहता है लेकिन अगर लगातार आपको बुखार बना रहे तो इसका इलाज कराना बहुत ही जरूरी है। बुखार को कुछ घरेलू उपायों के जरिए ठीक किया जा सकता है।
बुखार होने पर अपनाएं ये घरेलू उपचार- Bukhar hone par apnaye ye gharelu upchar in Hindi
सरसों का तेल (mustard oil in fever)
बुखार होने पर सरसों का तेल काफी कारगर साबित होता है। इसके लिए बुखार आने पर 2 चम्मच सरसों के तेल में 4-5 कली लहसुन को डालकर गर्म कर लें। इसके बाद इसे थोड़ा सा ठंडा होने के बाद हाथों और पैरों के तलवों की मालिश करें।
बुखार में प्याज होता है कारगर (Onion will be effective in fever)
बुखार होने पर प्याज की मदद से इसे काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। इसके लिए प्याज को काटकर इसे पैरों के तलवों में धीरे-धीरे घिसें, इससे आपके शरीर का तापमान कम होगा और बुखार में काफी राहत मिलेगी।
बुखार में असरदार होती है अदरक (Ginger is effective in fever)
अदरक में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ-साथ शरीर के तापमान को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही अदरक को औषधीय गुणों का भंडार कहा जाता है। बुखार होने पर अदरक के पाउडर को पानी में मिलाकर स्नान करने से काफी लाभ मिलता है।
बुखार होने पर पियें तुलसी का काढ़ा (Drink basil decoction in fever)
आयुर्वेद में तुलसी को काफी महत्व दिया गया है। कई दवाओं को बनाने के लिए तुलसी को जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। बुखार में भी तुलसी काफी कारगर है। तुलसी में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जो आपको बैक्टीरिया से बचाने में मदद करते हैं। बुखार होने पर तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से लाभ मिलता है। 7-8 तुलसी की पत्तियों को पानी में डालकर उबाल लें, इसमें 4-5 कुटी हुई लौंग डाल दें। पानी आधा बच जाने पर इसे ठंडा होने के बाद सेवन करें। काफी आराम मिलेगा।
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