आयुर्वेद में हर बीमारी को ठीक करने का उपाय रहता है। आयुर्वेद की मदद से बड़ी से बड़ी बीमारी को ठीक किया जा सकता है। उसमें से एक है गाल ब्लैडर स्टोन का इलाज। बाइल या पित्त में जब केमिकल असंतुलन होता है, तो पित्ताशय में पथरी (Gallstones) होती है। किसी-किसी के पित्ताशय में अधिक कोलेस्ट्रॉल जमा होने से भी पथरी हो जाती है। स्टोन किडनी और गाल ब्लैडर दोनों जगह हो सकता है। ये दोनों ही बेहद दर्द देने वाला होता है। लेकिन आपको बता दें कि आयुर्वेदिक इलाज के जरिए गाल ब्लैडर की पथरी को ठीक किया जा सकता है।लेकिन वो कैसे आइए जानते हैं इस लेख के जरिए।
गॉल ब्लैडर स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज Gallbladder Stone Ka Ayurvedic Ilaj In Hindi
गॉल ब्लैडर के लक्षण
बदहजमी, पेट का फूलना, खट्टी डकार, पसीना, पेट में भारीपन होना, एसिडिटी होना ये सभी गॉल ब्लैडर होने के लक्षण होते हैं।
चुकंदर, खीरा और गाजर का रस होता है फायदेमंद (Beetroot Mixture Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)
गाल ब्लैडर की थैली को साफ और मजबूत करने और लीवर की सफाई के लिए चुकंदर का रस, ककड़ी का रस और गाजर के रस को बराबर मात्रा में मिलाएं। इसके सेवन से पेट और खून की सफाई होती है। खीरे में मौजूद उच्च पानी सामग्री और गाजर में विटामिन-सी की उच्च मात्रा मूत्राशय से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है।
इसबगोल है फायदेमंद (Isabgol Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)
इसबगोल में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो कि गॉल ब्लैडर की पथरी के इलाज के लिए बहुत जरुरी होता है। इसबगोल घुलनशील फाइबर का अच्छा स्रोत होने के कारण पित्त में कोलेस्ट्रॉल को बांधता है और पथरी को और बढ़ने से रोकने में मदद करता है। आप इसे रात को बिस्तर पर जाने से पहले एक गिलास पानी के साथ ले सकते हैं।
पत्थरचट्टा किडनी को करे साफ (Clean the kidney)
इसके सेवन से किडनी की बहुत अच्छी तरह से सफाई हो सकती है। इसकी पत्तियों का काढ़ा बनाएं और उसका सेवन करें। या आप इसकी पत्तियों को चबा कर भी खा सकते हैं उससे भी लाभ मिलेंगे। इसके सेवन से पथरी पेशाब के जरिए बाहर निकल जाती है।
योग (Yoga)
योग के द्वारा आप किडनी स्टोन को ठीक कर सकते हैं। इसको नियमित करने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इसके उपचार के लिए आप सर्वांगासन, शलभासन, धनुरासन, भुजंगासन करें। इससे आप बहुत जल्दी आराम पा सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।