सुबह उठकर बिस्तर पर ही करें ये 5 योग, मिलेंगे कई फायदे 

सुबह उठकर बिस्तर पर ही करें ये योग, मिलेंगे कई फायदे
सुबह उठकर बिस्तर पर ही करें ये योग, मिलेंगे कई फायदे

जैसा की हम सभी जानते हैं, योग सेहत के लिए कितना जरूरी होता है। ऐसे में अगर हम रोजाना योग करते हैं, तो हमारी सेहत अच्छी बनी रहती है। लेकिन कुछ लोग योग तो करना चाहते हैं पर आलस के चलते नहीं कर पाते। लेकिन क्या आप जानते हैं, सुबह उठकर आप बिस्तर पर ही योग कर सकते हैं। जो सेहत के लिए फायदेमंद भी होते हैं। जी हां, कुछ योग ऐसे भी होते हैं, जो बिस्तर पर आसानी से किए जा सकते हैं। लेकिन वो कौन से योग हैं जो बिस्तर पर किए जा सकते हैं आइए जानते हैं।

सुबह उठकर बिस्तर पर ही करें ये योग, मिलेंगे कई फायदे Get up in the morning and do this yoga in bed, you will get many benefits

तितली आसन (Butterfly Pose) - तितली आसन को बद्धकोणासन भी कहा जाता है। इस आसन को करने से जांघ (Thigh) और हिप्स (Hips) को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही ये पैरों की मजबूती के लिए भी बहुत जरूरी होता है। इस आसन को आप आसानी से बिस्तर पर बैठकर कर सकते हैं। इसे आप शुरुआत में करीब 20 बार करें। उसके बाद इसे आप 100 बार भी कर सकते हैं या अपनी क्षमता के हिसाब से भी किया जा सकता है।

विपरीत करनी आसन (Viparita Karani) - इस आसन को करने से ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है। खासकर मस्तिष्क में ब्लड फ्लो काफी तेजी से होता है। जिससे दिमाग शांत रहता है और सिरदर्द जैसी परेशानी का होना, नींद न आने जैसी समस्या को आप इस योग के द्वारा खत्म कर सकते हैं। ब्लड सर्कुलेशन की वजह से चेहरे पर ग्लो भी बढ़ता है।

पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana) - ये एक ऐसा आसन है जो पेट के उपचार के लिए बहुत कारगर माना जाता है। इस आसन को करने से गैस और कब्ज की समस्या में राहत मिलती है, वहीं इस आसन में होने वाली श्वसन विधि जुकाम को ठीक करने में भी बेहद लाभकारी मानी जाती है। इस आसन के अभ्यास से वजन कम करना भी आसान है इसलिए इस आसन का नियमित अभ्यास करना चाहिए। यही नहीं ये आसन के जरिए आप पेट की चर्बी को भी कम कर सकते हैं। इसलिए इस आसन को भी नियमित करना चाहिए।

भुजंगासन (Bhujangasana) - इसक करने से रीढ़ की हड्डी में खिंचाव होता है, जो रीढ़ की हड्डी के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इससे रीढ़ की हड्डी में लचीलापन भी आता है। साथ ही इससे पेट, छाती, फेफड़ों, कंधे की मांसपेशियों में भी खिंचाव आता है जो मांसपेशियों में होने वाले दर्द से आराम दिलाने का काम करता है।

अनुलोम विलोम (Anulom Vilom) - अनुलोम विलोम को करने से फेफड़ों में मजबूती आती है। इतना ही नहीं इसको करने से मस्तिष्क भी शांत रहता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है। वहीं ये अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाता है। इस आसन को आसानी से बिस्तर पर किया जा सकता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Shilki