लोगों की बढ़ती उम्र के साथ घुटने में दर्द (knee pain) की समस्या देखने को मिलती है। जोड़ों का दर्द (Knee Joint Pain) शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। यह दर्द घुटनों, कोहनियों, गर्दन, बाजुओं और कूल्हों पर हो सकता है। लंबे समय तक किसी एक जगह पर ही बैठे रहने, सफर करने से घुटनें अकड़ जाते हैं और दर्द करने लगते हैं। इसी को जोड़ों का दर्द कहते हैं। अगर सही समय पर घुटनों के दर्द का इलाज ना किया जाए तो यह गठिया का रूप भी ले सकता है और आपको ऑपरेशन भी कराना पड़ सकता है, घुटने में दर्द होने की वजह गलत खान पान और दिनचर्या में व्यायाम की कमी, हड्डियों में कैल्शियम की कमी और बढ़ती उम्र भी एक वजह से हो सकती है। जानते हैं घुटने में दर्द (knee pain) का आयुर्वेदिक उपाय
जोड़ो के दर्द का आयुर्वेदिक उपाय - Ghutno Ke Dard Ka Ayurvedic Upay In Hindi
पंचकर्मा - इसके लिए आप किसी भी आयुर्वेदिक सेंटर पर जाकर पंचकर्मा थेरेपी लें सकते हैं। जिसमें जाकर जांनू वस्ति, पत्रपिंडा श्वेदा, अभ्यागंगा कराएं। इससे आपकी मांसपेशियों को आराम पहुंचता है, नसें एक्टिव हो जाती है चयापचय शक्ति ठीक होती है, तीनों दोष वात्त, पित्त और कफ को ठीक रखता है, और मन को शांत करता है।
दवाइयां - आयुर कैल्शियम, योगराज गुरु शालोकी जैसी दवाइयों का सेवन करें, जिससे आपको जोड़ों के दर्द में आराम मिलेगा।
तेल - महानारायण तेल, सहचरादि तेल, कोट्टम चुकली तेल, प्रसारिणी तेल।
जोड़ों के दर्द से बचने के उपाय - Ghutno Ke Dard Se Bachne Ke Upay In Hindi
व्यायाम करें - हर किसी को रोज़ाना व्यायाम करना चाहिए, जिससे आपकी मांसपेशियां और नसें खुलेंगी, सुबह के समय वायु में ऑक्सीजन की मात्रा 13% ज़्यादा होती है इसलिए व्यायाम के लिए सुबह का समय उपयुक्त है और सुबह की शुद्ध ऑक्सीजन शरीर के लिए बहुत लाभदायक है, चलते और बैठते समय सही मुद्रा का सही होना बहुत आवश्यक है ध्यान रहे की चलते और बैठते समय आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी रहे।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।