गिलोय को आयुर्वेद में अमृत कहा जाता है। आप इसका सेवन करके बीमारियों से बच सकते हैं। इसके इस्तेमाल से आपको बुखार, जुखाम, एवं खांसी से भी आराम मिलता है। इसके छाल से लेकर पत्तियों, और जड़ से लेकर लकड़ी तक सबमें बहुत लाभ पहुँचाने वाले तत्व पाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर गिलोय का पेड़ नीम के साथ हो या उसके साथ जुड़ा हुआ हो तो वो सबसे अच्छा है। गिलोय की लकड़ी को आप अपनी चाय में इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप काढ़ा बना रहे हैं तो उसमें भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। ये बात सत्यापित है कि गिलोय आपकी सेहत को एकदम फिट कर देता है और आपकी इम्यूनिटी को भी बढ़ा देता है। गिलोय के साथ, गिलोय की लड़की का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
गिलोय की लकड़ी के फायदे : Giloy Ki Lakdi Ke Fayde In Hindi
लीवर विकार को ठीक करता है (Helps In Liver Disorder)
18 ग्राम ताजी गिलोय की लकड़ी, 2 ग्राम अजमोद, 2 नग छोटी पीपल एवं 2 नग नीम को लेकर सेक लें। इन सबको मसलकर रात को 250 मिली जल के साथ मिट्टी के बरतन में रख दें। सुबह पीस, छानकर पिला दें। 15 से 30 दिन तक सेवन करने से लीवन व पेट की समस्याएं तथा अपच की परेशानी ठीक होती है।
डायबिटीज (Diabetes)
गिलोय जिस तरह डायबिटीज कंट्रोल करने में फायदेमंद होता है लेकिन जिन्हें कम डायबिटीज की शिकायत हो, उन्हें गिलोय की लकड़ी का उपयोग करना चाहिए।गिलोय, खस, पठानी लोध्र, अंजन, लाल चन्दन, नागरमोथा, आवँला, हरड़ लें। इसके साथ ही परवल की पत्ती, नीम की छाल तथा पद्मकाष्ठ लें। इन सभी द्रव्यों को बराबर-बराबर मात्रा में लेकर कूट-पीसकर, छानकर रख लें। इस चूर्ण को 10 ग्राम की मात्रा में लेकर मधु के साथ मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करें। इससे डायबिटीज में लाभ होता है। गिलोय के 10-20 मिली रस में 2 चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीने से भी डायबिटीज में फायदा होता है।
गठिया में फायदेमंद (Arthritis Treatment)
गिलोय की लकड़ी के 5-10 मिली रस अथवा 3-6 ग्राम चूर्ण या 10-20 ग्राम पेस्ट या फिर 20-30 मिली काढ़ा को रोज कुछ समय तक सेवन करने से गिलोय के फायदे पूरी से मिलते हैं और गठिया में अत्यन्त लाभ होता है। सोंठ के साथ सेवन करने से भी जोड़ों का दर्द मिटता है।
गिलोय से कुष्ठ (कोढ़ की बीमारी) (Leprosy Treatment)
10-20 मिली गिलोय के रस को दिन में दो-तीन बार कुछ महीनों तक नियमित पिलाने से कुष्ठ रोग में लाभ होता है।
कफ की बीमारी (Cures Cough)
गिलोय की लकड़ी को मधु के साथ सेवन करने से कफ की परेशानी से आराम मिलता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।