गूलर नामक, औषधीय वृक्ष का चिकित्सकीय क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है। गूलर के पेड़ को भारत के कुछ हिस्सों में ऊंमर के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ की माने तो, रक्तस्राव रोकने, मूत्र रोग, डायबिटीज तथा शरीर की जलन में गूलर की छाल एवं कच्चे फल उपयोगी होते हैं। गूलर की छाल एवं पत्ते से सूजन की समस्या और दर्द दूर होता है। यह पुराने से पुराने घाव को भी ठीक करता है। इस तरह की कई बीमारियों में आप गूलर के फायदे ले सकते हैं। इस लेख में आप गूलर (Cluster fig) का सेवन करने से होने वाले स्वास्थ लाभों के बारे में बताने जा रहे हैं -
नेत्र रोग, डायबिटीज में लाभदायक गूलर, जानिए शरीर को होने वाले 5 फायदे : Gular Ke 5 Fayde In Hindi
1. दांत के रोग के इलाज में
गुलर की छाल के काढ़े से गरारे करते रहने से दांत और मसूड़ों के समस्त रोग दूर होकर मजबूत होते हैं।
2. डायबिटीज सही करने के लिए
एक चम्मच गुलर के फलों के चूर्ण को एक कप पानी के साथ दोनों समय के भोजन के बाद नियमित रूप से सेवन करने से पेशाब में चीनी आना बंद हो जाती है और रक्त की शकरा भी नियंत्रित होती हैं। साथ ही कच्चे फलों की सब्जी नियमित रूप से खाते रहना अधिक गुणकारी है। बिच-बिच में चीनी का टेस्ट अवश्य कराएं। नियंत्रण में आने पर इसे खाना बंद कर दे।
3. शिशु का दुबलापन दूर करने में मददगार
बच्चों को उम्र के अनुसार कुछ बूंदों से लेकर 8-10 बूंदों तक गुलर का दूध माँ या गाय-भैस के दूध के साथ मिलाकर नियमित रूप से कुछ माह तक एक बार पिलाते रहने से वह शरीर से हृष्ट-पुष्ट और सुडौल हो जाएगा।
4. गर्भस्त्राव को ठीक करने के लिए
गुलर के फलों का चूर्ण एक-एक चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करते रहने और सोते समय जड़ की छाल का चूर्ण एक चम्मच समभाग मिसरी के साथ नियमित सेवन करने से गर्भस्त्राव नहीं होता।
5. बवासीर ठीक करने के लिए
गूलर के दूध की 10-20 बूंदों को जल में मिलाकर पिलाने से रक्तार्श (खूनी बवासीर) और रक्त विकारों में लाभ होता है। गूलर के दूध को मस्सों पर लेप करें। उपचार के दौरान घी का अधिक सेवन करें। गूलर के दूध में रूई का फाहा भिगोकर भगन्दर के अंदर रखें। इसे रोज बदलते रहने से भगन्दर अच्छा हो जाता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।