एंटीबैक्टीरियल व एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। गरम तासीर होने से रोग प्रतिरोधकता बढ़ती है। सर्दियों में मौसमी बीमारियों से बचाव करती है। संक्रमण, त्वचा, मधुमेह, कैंसर, चोट, जोड़ों के दर्द में फायदेमंद है। हल्दी के फायदों के बारे में कौन नहीं जानता होगा, इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण हमें बीमार होने से बचाते है। लेकिन क्या आपको मालूम है देश के कई कोनो में इसके औषधीय गुणों को ध्यान में रखकर इसकी सब्जी भी बनाकर खाई जाती है। राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में सर्दी के मौसम में हल्दी की सब्जी बनाई जाती है। हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए ये सब्जी सर्दियों में ठंड से बचाकर मौसमी बीमारियों से बचाकर शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाती है। कच्ची हल्दी, देखने में अदरक के समान ही दिखती है। इसे दूध में उबालकर, चावल के व्यंजनों में डालकर, अचार के तौर पर, चटनी बनाकर और सूप में मिलाकर सेवन किया जाता है। इस लेख में हम हल्दी की सब्जी के फायदे और नुकसान के बारे में बात करेंगे :-
हल्दी की सब्जी के फायदे और नुकसान : Haldi Ki Sabzi Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi
हल्दी की सब्जी के फायदे :-
- कच्ची हल्दी की सब्ज़ी में इंसुलिन के स्तर को संतुलित करने के गुण होते हैं। इंसुलिन के अलावा यह ग्लूकोज को नियंत्रित करती है जिससे मधुमेह के दौरान दी जाने वाली उपचार का असर बढ़ जाता है। हल्दी का सेवन करने से पहले मधुमेह के रोगी इस बारे में डॉक्टर्स से जरुर सलाह लें।
- हल्दी की सब्जी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी सेप्टिक गुण होते हैं। इसमें इंफेक्शन से लडने के गुण भी पाए जाते हैं। इसमें सोराइसिस जैसे त्वचा संबंधित रोगों से बचाव के गुण होते हैं। इसके अलावा ये मौसमी बीमारी जैसे जुकाम और खांसी से भी राहत देती है।
- कच्ची हल्दी में लिपोपॉलीसेच्चाराइड नाम का तत्व होता है इससे शरीर में इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। हल्दी इस तरह से शरीर में बैक्टेरिया की समस्या से बचाव करती है। यह बुखार होने से रोकती है। इसमें शरीर को फंगल इंफेक्शन से बचाने के गुण होते है।
- कच्ची हल्दी में कैंसर ये लड़ने के गुण होते हैं। यह खासतौर से पुरुषों में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर के कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने के साथ ही उन्हें खत्म कर देती है। हल्दी रेडिएशन के संपर्क में आने से होने वाले ट्यूमर से भी बचाव करती है।
हल्दी की सब्जी के नुकसान :-
- कच्ची हल्दी में ऑक्सालेट (Oxalate) नामक यौगिक होता है। ऐसे में इसका अत्यधिक सेवन किडनी स्टोन की समस्या का कारण बन सकता है।
- कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन की अधिक मात्रा बालों का झड़ना, गले से जुड़े संक्रमण, जीभ का लाल होना, दिल की धड़कन तेज होना, उच्च रक्तचाप, हल्के बुखार व पेट से जुड़ी परेशानियों का कारण बन सकती है।
- हल्दी का सेवन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित नहीं माना जाता है। ऐसे में इस दौरान कच्ची हल्दी के सेवन से परहेज करें। हालांकि, यह किस प्रकार नुकसानदायक हो सकती है, फिलहाल इससे जुड़े वैज्ञानिक शोध का अभाव है।
- संवेदनशील त्वचा वालों को कच्ची हल्दी से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।