हल्दी turmeric का सेवन और इससे होने वाले फायदों के बारे में लगभग हर किसी को पता होगा। हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक गुण व्यक्ति को बीमार होने से बचाते है। लेकिन कई लोग इसके औषधीय गुणों को ध्यान में रखकर इसकी सब्जी भी बनाकर खाते है। हल्दी में विटामिन सी VITAMIN C, विटामिन के VITAMIN B, पोटैशियम, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, फॉस्फोरस, थियामिन, राइबोफ्लेविन आदि भी मौजूद होते हैं। जी हां, कच्ची हल्दी की सब्जी भी बनाई जाती है। हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए ये सब्जी सर्दियों में ठंड से बचाने में और मौसमी बीमारियों को दूर कर, शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाती है। कच्ची हल्दी, देखने में अदरक के समान ही दिखती है। जानते हैं हल्दी की सब्जी खाने के फायदे।
हल्दी की सब्जी खाने के फायदे : Benefits Of Turmeric Sabzi In Hindi
मधुमेह के रोगियों के लिए - हल्दी में इंसुलिन के स्तर को संतुलित करने का गुण होते हैं। इंसुलिन के अलावा यह ग्लूकोज को भी नियंत्रित करती है। इसलिए जिन लोगों को शुगर की समस्या है,उनके लिए हल्दी की सब्जी खाना लाभकारी है।
इंफेक्शन से बचाती है - हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। साथ ही इसमें इंफेक्शन से लड़ने के गुण भी पाए जाते हैं। इसके सेवन से सोराइसिस जैसे त्वचा संबंधित रोगों से बचाव होता हैं। वहीं हल्दी मौसमी बीमारी जैसे जुकाम और खांसी से भी राहत देती है।
इम्यून सिस्टम को रखें मजबूत - हल्दी में लिपोपॉलीसेच्चाराइड नाम का तत्व होते हैं। इससे शरीर में इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। हल्दी के सेवन से शरीर में बैक्टेरिया की समस्या से बचाव होता है। यह बुखार होने से रोकती है। इसमें शरीर को फंगल इंफेक्शन से बचाने के गुण होते हैं।
कैंसर से दूर रखे - हल्दी में कैंसर से लड़ने के गुण होते हैं। हल्दी पुरुषों में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकने में मदद करती है। इसके अलावा हल्दी रेडिएशन के संपर्क में आने से होने वाले टयूमर से भी बचाव करती है।
हल्दी की सब्जी बनाने का तरीका -
हल्दी की सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले कच्ची हल्दी और प्याज को घी में हल्का भूरा होने तक भूनें। इसके बाद दही में लाल मिर्च, नमक, धनिया मिला लें। फिर तड़का लगाने के लिए घी, सौंफ, अदरक व लहसुन पेस्ट, जीरा, हरी मिर्च व गरम मसाले लें और तड़का लगाएं। मसाला भूनकर उसमें दही का मिश्रण पकाकर, भुने प्याज मिलाएं। बारीक कटे टमाटर, हल्दी पाउडर डालकर पकाएं। इसके बाद भुनी हल्दी मिलाकर घी छोड़ने तक पकाएं। एक खास बात का ध्यान रहे कि कच्ची हल्दी की सब्जी बनाने से पहले आप इसकी कड़वाहट कम करने के लिए हल्दी छीलकर तीन घंटे दूध में भिगोकर छोड़ दें। फिर सब्जी बना लें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।