शरीर में पित्ती निकलने के कई कारण होते हैं। उनमें से एक है जब शरीर में एलर्जी रिएक्शन होता है तो भी पित्ती निकलने लगती है। इसमें शरीर पर लाल रंग के दाने और खुजली होनी शुरू हो जाती है। ज्यादा ठंडा-गरम या तापमान के बदलाव के कारण (causes of hives) भी यह समस्या हो सकती है। इसमें शरीर में खुजली के साथ जलन भी होने लगती है। खास बात यह है कि यह कुछ मिनट के बाद अपने आप ठीक भी हो जाती है, जिसके चलते लोग डॉक्टर के पास जाने से बचते हैं। इसको कुछ घरेलू उपचार के जरिए ठीक किया जा सकता है।
पित्ती के लक्षण |symptoms Of Hives
पित्ती होने पर शरीर में अत्यधिक खुजली होने लगती है
शरीर में अजीब सी चुभन महसूस होना
उल्टी, बुखार
ज्यादा प्यास लगना
त्वचा पर जलन महसूस होना
शीतपित्त होने पर त्वचा पर लाल चकत्ते दिखाई पड़ते हैं
त्वचा पर निशान बिच्छू के काटने के निशान से मिलते जुलते हैं
पित्ती के कारण |causes of hives
गलत दवा का सेवन करना
ठंडे तापमान में भी ये समस्या हो सकती है
तनाव भी इसका कारण हो सकता है
सूरज की रोशनी का सीधा त्वचा पर पड़ने से भी पित्ती हो सकती है
किसी रासायनिक पदार्थ के संपर्क में आने पर
शरीर पर किसी प्रकार की एलर्जी के चलते ही सकती है
पित्ती के उपचार | Treatment of hives
-ज्यादा गर्म पानी की जगह गुनगुने पानी से स्नान करें
-ज्यादा जलन महसूस होने पर ठंडे पानी से सिकाई करने से आराम मिलता है
-ठंड के चलते भी ये समस्या हो सकती है, ऐसे में ठंडक के माहौल में कम बैठे
-दवा का सेवन करने पर यह समस्या नजर आए तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें
अदरक (Ginger is beneficial in the problem of hives)
अदरक में प्राकृतिक रूस से एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाले) गुण मौजूद होते हैं, जो पित्ती के कारण त्वचा पर आने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए एक चम्मच अदरक का ताजा जूस लेकर उसे दो चम्मच शहद डालकर मिला लें और पीए जाएं। दिन में इसका दो से तीन बार सेवन करने से आराम मिल सकता है।
ग्रीन टी (Consumption of green tea gives relief from hives)
ग्रीन टी बैग को एक कप गर्म पानी में पांच से दस मिनट के लिए डालकर छोड़ दें। उसके बाद उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर चाय की तरह सेवन करें। इसे दिन में दो से तीन कप पीने से आराम मिल सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।