शरीर पर शीतपित्त की समस्या होने पर कुछ हिस्सों में या कभी कभी पूरे शरीर में खुजली होने लगती है। अगर किसी को शीतपित्त के दाने निकल जाएं तो ये काफी परेशान करने वाले होते हैं। खुजली के साथ ही शरीर पर लाल-लाल चकत्ते उभर जाते हैं, जिनमें खुजली के साथ ही जलन भी होने लगती है। शीतपित्त (Hives) से ग्रसित इंसान बेचैन महसूस करने लगता है। वहीं लाल दानों में हो रही जलन कभी-कभी असहनीय हो जाती है। बता दें शीत का मतलब है ठंडा और पित्त का अर्थ है गर्म। ऐसे में ये एलर्जी तब होती है जब शरीर के अंदर शीत और पित्त के बीच का संतुलन बिगड़ जाता है। जब शीत का अनुपात पित्त पर भारी पड़ जाता है। जानते हैं इसके घरेलू उपचार home remedies।
शीतपित्त होने पर इन चीजों को नहीं खाएं
शीतपित्त होने पर दूध या दूध से बने प्रोडक्ट, मसालेदार, बहुत ज्यादा नमकीन फूड, फिश, नॉन वेज फूड और प्रोसेस्ड फूड नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा शराब भी नहीं पीनी चाहिए।
शीतपित्त होने के लक्षण (Symptoms Of Hives in hindi)
शरीर पर शीतपित्त होने पर व्यक्ति को खुजली की परेशानी, चुभन, जलन और असहज महसूस होता है। कभी-कभी ऐसे में बुखार भी आ जाता है। आपको बता दें कि ये शीतपित्त बदहजमी, दवा के साइड इफेक्ट, ज्यादा मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड के सेवन से भी हो सकता है।
शीतपित्त से बचने के तरीके (Hives Home Remedies in hindi)
1 . शीतपित्त की समस्या होने पर नीम, हल्दी और आंवला का इस्तेमाल करना होता है। इससे एलर्जिक रिएक्शन रोकने में मदद मिलती है।
2 . नीम की पत्ती को पानी में उबालकर इससे नहाएं तो आराम मिलता है।
3 . सरसों या नारियल का तेल पूरे शरीर में लगा लें और इसके बाद चादर ओढ़ लें, पसीने के साथ ही शीतपित्त खत्म हो सकता है।
4 . ऐसे में शरीर पर हल्दी और आंवला पीस कर भी लगा सकते हैं।
5 . शीतपित्त होने पर बजार की चीजों से परहेज करें।
6 . शीतपित्त होने पर दूध या उससे बने किसी भी प्रोडक्ट का उपयोग न करें।
7 . ऐसे में मसालेदार बहुत ज्यादा नमकीन खाने से बचना चाहिए।
8 . मछली या कोई भी नॉन वेज फूड और प्रोसेस्ड फूड खाने से परहेज करें।
9 . इस दौरान व्यक्ति को शराब से भी परहेज करना चाहिए।
शीतपित्त का कैसे करें इलाज?
अगर किसी के शरीर में शीतपित्त होने पर हल्दी, आंवला और नीम का इस्तेमाल करें। ये उपाय एलर्जिक रिएक्शन को रोकने में काफी मददगार होते हैं। इसके अलावा आप नीम के गर्म पानी से भी नहा सकते हैं। आप शरीर पर नारियल या सरसों का तेल भी लगा सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।