आजकल की अनियमित जीवनशैली और गलत खान-पान की वजह से ज्यादातर लोग किसी न किसी बीमारी के शिकार हो रहे हैं। उसी में से एक बीमारी शरीर में बढ़ता ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) है। ट्राइग्लिसराइड्स हमारे रक्त में मौजूद एक प्रकार का वसा होता है। अगर ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा बढ़ जाए तो हार्ट (Heart) की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। साथ ही शरीर में बढ़ा ट्राइग्लिसराइड्स हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण होता है। इसलिए इसको कंट्रोल करना बहुत जरूरी होता है। बता दें कि हमारे शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स का सामान्य स्तर 150 mg/dl से कम होना चाहिए। अगर आपका ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर 200 से 499 mg/dl है, तो यह जोखिम वाला स्तर है। वहीं, अगर 500 से अधिक है, तो यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है। जानिए ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के घरेलू उपाय क्या-क्या है।
ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने का कारण
- मोटापा
- अल्कोहल
- हाई कैलोरी डाइट
- हाई ब्लड शुगर
- हाई ब्लड प्रेशर
- कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर
ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के घरेलू उपाय (Triglycerides Kam Karne Ke Gharelu Upaay In Hindi)
नट्स का सेवन होता है फायदेमंद
ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के लिए नट्स का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए आप नट्स में अखरोट (Walnuts), बादाम (Almond) और पिस्ता (Pista) का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि इन नट्स में ओमेगा 3 फैटी एसिड और फाइबर जैसे तत्व पाए जाते हैं। साथ ही इसमें अनसैचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं, जो ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मददगार साबित होते हैं।
प्याज का करना चाहिए सेवन
ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के लिए प्याज (Onion) का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि प्याज में फ्लेवोनोइड्स नामक पॉलीफेनोल होते हैं। जो ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर कम करने में मदद करते हैं।
अलसी के बीज का करना चाहिए सेवन
अलसी के बीज (Flaxseeds) ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में काफी मददगार साबित होते हैं। क्योंकि अलसी के बीज में अनसैचुरेटेड फैट्स पाया जाता है और अनसैचुरेटेड फैट्स ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में काफी फायदेमंद साबित होते हैं।
अधिक मात्रा में फाइबर का करें सेवन
ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने पर फाइबर (fiber) का अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योंकि डाइट में ज्यादा फाइबर को शामिर करने से ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए फाइबर से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।
अनसैचुरेटेड फैट्स का करें सेवन
ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ने पर अनसैचुरेटेड फैट्स (unsaturated fats) का सेवन करना चाहिए। अनसैचुरेटेड फैट्स के सेवन से ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप अपने डाइट में चिया सीड्स, एवोकाडो जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं।
रोजाना एक्सरसाइज करना चाहिए
ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने पर रोजाना नियमित रूप से एक्सरसाइज (Exercise) करना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि एक्सरसाइज से ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर काफी हद तक कंट्रोल होता है। इसके लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करना चाहिए।
इन चीजों से करें परहेज
- ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने पर चीनी (Sugar) का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि चीनी में कैलोरी की अधिक मात्रा पाई जाती है। इसलिए चीनी का सेवन करने से ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है।
- ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ने पर कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) वाली चीजों का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों का सेवन करने से ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है।
- ट्रांस फैट (Trans fat) वाली चीजों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर भी बढ़ सकता है। क्योंकि ट्रांस फैट शरीर के लिए नुकसानदेह होता है और इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियां भी होती हैं। ट्रांस फैट को खराब फैट भी कह सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।