आयुर्वेद (Ayurved) में कई पेड़-पौधों की जड़, फूल, छाल और फलों के औषधीय गुण होते हैं। इन्हीं औषधीय पेड़ों में अर्जुन का नाम भी शामिल है, जिसकी छाल का सेवन करना सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है। क्योंकि अर्जुन की छाल (Arjuna Bark) औषधीय गुणों से भरपूर होता है, अर्जुन के पेड़ के तने की बाहरी परत को अर्जुन की छाल कहा जाता है। अर्जुन की छाल का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। क्योंकि अर्जुन की छाल पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि जैसे तत्व मौजूद होते हैं। जो सेहत के लिए बेहद उपयोगी साबित होते हैं। लेकिन अर्जुन की छाल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। अधिक सेवन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है, तो आइए जानते हैं की छाल का किस तरह से उपयोग करना चाहिए।
अर्जुन की छाल को किस तरह से उपयोग में लाना चाहिए - How should Arjun's bark be used? in hindi
अर्जुन की छाल (Arjun chaal) का आप पाउडर बनाकर दूध या पानी के साथ सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप छाल को भी पानी में उबाल सकते हैं, और इसका सेवन कर सकते हैं। इसका उपयोग एक सही मात्रा में ही करें। इसके ज्यादा सेवन से भी परेशानी हो सकती है। इसलिए डॉक्टर के बताए गए डोज के हिसाब से ही इसका सेवन करें।
हृदय स्वास्थ्य के लिए है बेहद फायदेमंद
Very beneficial for heart health in hindi
हार्ट के लिए अर्जुन की छाल बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होती है। आजकल दिन पर दिन हार्ट के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में अगर आप अर्जुन की छाल का सेवन करते हैं, तो इससे हार्ट संबंधी बहुत सी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। अगर आपके दिल की धड़कन अनियमित है, तो आपको इसका सेवन करना चाहिए। दिल की सूजन को भी कम करने में मदद मिलती है। हार्ट की मजबूती के लिए भी अर्जुन की छाल बहुत लाभदायक होता है।
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