एक अच्छी सेहत के लिए अच्छा भोजन खाना बहुत जरूरी होता है, लेकिन इसके साथ ही उतना ही जरूरी होता है उस भोजन का पाचन (Digestion)। अगर एक व्यक्ति भरपूर हेल्दी डायट (Healthy Diet) लेता है लेकिन उसका पाचन सही नहीं है, तो इससे उसके शरीर को खाए हुए भोजन का पूरा पोषण (Nutrition) भी नहीं मिल पाता है। साथ ही इसकी वजह से उसे अपच, गैस, खट्टी डकारें, पेट फूलना, मितली आना, कब्ज (Constipation) इत्यादि की समस्या भी रहने लगती है। जानते हैं पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक तरीके।
पाचन शक्ति कमजोर होने के लक्षण क्या हैं?
1 . सीने में जलन होना,
2 . कब्ज होना,
3 . भूख कम लगना,
4 . थकावट महसूस होना,
5 . भोजन के बाद असहज महसूस करना,
6 . स्टूल पास करने में परेशानी होना
7 . काले रंग का स्टूल,
8 . पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन,
9 . अपच होना आदि।
पाचन बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय
1 . पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए भोजन से पहले नींबू के रस में थोड़ा-सा अदरक कद्दूकस करके मिला लें और इसमें एक चुटकी काला नमक मिक्स करें। इस पेस्ट का सेवन करें।
2 . कभी भी कच्चा और पका हुआ भोजन साथ में नहीं करना चाहिए। यानी कि खीरे-ककड़ी इत्यादि की सलाद को भोजन के साथ ना खाएं।
3 . सफेद दही में नमक मिलाकर और इसका रायता बनाकर ना खाएं। बल्कि इस दही का सेवन बिना कुछ मिलाए अलग से करना चाहिए। आप सिर्फ चीनी मिलाकर इसे खा सकते हैं।
4 . पाचन सही रखने के लिए रायता और कढ़ी बनाने के लिए छाछ का इस्तेमाल करें।
5 . खाना खाते समय आपका पूरा ध्यान सिर्फ आपके भोजन पर होना चाहिए। ऐसा करने से पाचन के लिए आवश्यक रसों का संतुलन बना रहता है और तृप्ति भी मिलती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।