अगर किसी को कमर दर्द की परेशानी हो जाए तो इसकी वजह से बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। कमर दर्द (Back pain) के कई कारण हो सकते हैं। आपकी लाइफ स्टाइल, घंटों एक ही पोजिशन में बैठे रहना, सॉफ्ट टिसू इंजरीज या कोई बिमारी इत्यादी। वैसे तो सामान्य पीठ दर्द लगभग हर किसी को होता ही रहता है। लाइफस्टाइल में बदलाव और कुछ आसान सी एक्सरसाइज से पीठ दर्द को दूर किया जा सकता है। जानते हैं कमर दर्द दूर करने के लिए एक्सरसाइज (exercise)।
कमर दर्द दूर करने के लिए एक्सरसाइज - Exercise For Back Pain In Hindi
लम्बर रोटेशन - कमर दर्द की समस्या को दूर करने के लिए लोग योगा और एक्सरसाइज (exercise) का सहारा ले सकते हैं। इसके लिए लम्बर रोटेशन लाभकारी एक्सरसाइज है। इसे करने के लिए जमीन पर अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अपने घुटनों को मिलाते हुए मोडें और अपने पैरों को फर्श पर रखें। अपने पैरों को एक साथ रखते हुए घुटनों को दोनों तरफ ले जाएं। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपकी पीठ यह करते हुए स्थिर रहे। हर बार ऐसा करते हुए मूल स्थिति में वापस आ जाएं। दोनों तरफ कम से कम पांच बार करें, धीरे-धीरे इसे आप बढ़ा सकते हैं।
पेल्विक टिल्ट्स - इस एक्सरसाइज (exercise) को करने के लिए पीठ के बल सीधा लेटकर अपने पैरों को मोड़कर बैक तक ले आएं। पेट क्षेत्र के आसपास दबाव बनाकर फर्श के खिलाफ अपनी पीठ को फ़्लैट करें। 10 सेकंड तक होल्ड करें। ऐसा जितनी बार कर सकते हैं करें। इसे नियमित अभ्यास में लाएं।
हैमस्ट्रिंग स्ट्रेचेस - हैमस्ट्रिंग स्ट्रेचेस एक्सरसाइज (exercise) करने के लिए आप बैठे कर पैर आगे की तरफ फैला लें ध्यान रहे पैर आपस में सटे न हों। अपनी पीठ को झुकाते हुए अपने पैरों को अपने हथेलियों से पकड़ने की कोशिश करें।
साइड बेंडिंग पोज - इस एक्सरसाइज (exercise) को करने के लिए सीधे खड़े हों। अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं और उंगलियों को एक-दूसरे में गूंथें। सांस छोड़ते समय दायें हिप्स को दबाएं और बाईं ओर मुड़ें। उंगलियों को ऊपर नीचे करें। दूसरी ओर भी यही प्रक्रिया दोहरायें।
ब्रिज पोज - ब्रिज पोज एक्सरसाइज (exercise) करने के लिए चटाई पर लेटते समय पैरों को चटाई पर रखें और घुटने उठाएं। अपनी बाहों को शरीर के पास रखें. सांस लेते समय अपने हिप्स को उठाएं और कमर को सिकोड़ें। इतना उठाएं कि चेस्ट का स्पर्श करे। सांस छोड़ते समय हिप्स को फिर से चटाई पर ले आएं।
कोबरा पोज - इसके लिए पेट के बल लेटें और हाथों को चेस्ट के पास लाएं। कुहनियों को पसलियों की ओर सिकोड़ें और सांस लेते समय चेस्ट उठाएं, कंधे घुमाएं और सिर को पीछे ले जाएं। सांस छोड़ते समय चेस्ट को नीचे की ओर लाएं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।