knee gap treatment in hindi: जोड़ों में दर्द की समस्या अब आम बनते जा रही है। पहले तो यह एक उम्र के बाद ज्यादातर बुजुर्गों को होती थी लेकिन, अब यह समस्या युवाओं में भी देखने को मिल रही है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल और खान-पान माना गया है। इसके साथ ही फिजिकल एक्टिविटी पर कम ध्यान देने के चलते भी यह समस्या उम्र से पहले होने लगी है। हड्डियों में जब ग्रीस कम होती है तो इसमें गैप बन जाती है। कई बार इसमें असहनीय दर्द भी होता है। ऐसे में कुछ चीजों को अपना कर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। जोड़ों के पास एक गाढ़ा तरल पदार्थ होता है जो आपके मूवमेंट में मदद करता है। इसे आम भाषा में ग्रीस कहते हैं। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं ये कम होते जाता है। यह पदार्थ कंधों, कूल्हों, घुटनों और कोहनियों में होता है।
घुटने में गैप का 4 उपचार
अखरोट (Walnut will end knee gap)
अखरोट में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ई, बी-6, कैल्शियम और मिनरल भरपूर मात्रा में होते हैं जो घुटनों का ग्रीस बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके लिए कहा जाता है कि रोज दो अखरोट का सेवन करने से लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही अखरोट में एंटी-ऑक्सीडेंट और ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
हरसिंगार के पत्ते (Harsingar leaves are beneficial in knee pain and gap)
पारिजात पौधे के बारे में हम सब जानते हैं, इसी को हरसिंगार पौधा भी कहा गया है। आयुर्वेद इसे जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल करता है। इसके फूल से लेकर पत्ते और छाल तक आयुर्वेद औषधि बनाने में उपयोग करता है। जोड़ों का दर्द दूर करने और घुटनों की ग्रीस बढ़ाकर आई गैप को भरने के लिए इस पौधे का लाभ उठा सकते हैं। घुटने के गैप को कम करने के लिए पारिजात के 3 पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें और इसे 1 बड़े गिलास में पानी मिलाकर धीमी आंच पर पका लें। पानी आधा हो जाने के बाद इसे छान कर पी जाए। इसका सेवन सुबह खाली पेट करें तो लाभ मिलेगा। इसके पत्तों में टेनिक एसिड, मैथिल सैलिसिलेट और ग्लूकोसाइड पाया जाता है।
सोंठ और सरसों तेल से करे घुटनों का मसाज (massage for knees)
एक चम्मच सोंठ के पाउडर में थोड़ा सा सरसों का तेल मिलाकर इसका पेस्ट तैयार कर लें। दिन या रात में इस पेस्ट को अपने घुटनों पर लगाकर मालिश करें। कुछ समय तक मालिश करते रहे। इससे दर्द कम होगा साथ ही घुटनों में आई गैप को भरने में भी मदद मिलेगा। कुछ दिनों तक इस प्रक्रिया को करने से आराम मिलता है।
बद्धकोणासन (Baddha Konasana for Knees)
बद्ध कोणासन बेहद ही आसान है लेकिन इसके फायदे गजब के हैं। इस योग को करने से भीतरी जांघों और ग्रोइन का खिंचाव होता है। इसके साथ ही आपके हिप्स, पैरों, टखनों और घुटनों की अच्छी स्ट्रेचिंग भी हो जाती है। नियमित रूप से इस योग को करने से घुटनों में आई गैप कम होती है और साथ ही दर्द खत्म होता है। इसके अलावा ब्लॉकेज खत्म होता है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।