किसी व्यक्ति को भावनात्मक दर्द क्या करता है?
भावनात्मक दर्द अक्सर शारीरिक दर्द जितना मजबूत महसूस कर सकता है और कभी-कभी पूरे शरीर में दर्द के लक्षण भी पैदा कर सकता है। इसका अल्पकालिक और दीर्घकालिक मानसिक कल्याण दोनों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए उचित सहायता और उपचार प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
भावनात्मक दर्द का मूल कारण क्या है?
भावनात्मक दर्द एक प्रकार का मनोवैज्ञानिक दर्द है जो गैर-भौतिक स्रोतों से आता है। यह किसी और के अपमान या आहत शब्दों से उत्पन्न हो सकता है या दुःख, पछतावे या प्रियजनों को खोने के परिणामस्वरूप हो सकता है। आमतौर पर दर्द हमारे रिश्तों और हमारी पहचान से जुड़ा होता है। ये मुद्दे वास्तव में हमारे दिल के करीब हैं, इसलिए जब हम वहां घायल होते हैं, तो उन घावों को भरने के लिए प्रयास और इरादे की आवश्यकता होती है।
भावनात्मक पीड़ा के 5 लक्षण निम्नलिखित हैं, ध्यान दें:-
• बहुत ज्यादा या बहुत कम खाना या सोना
अक्सर जब हम इमोशनल में होते हैं तो हमें हमारे सोने, उठने, खाने-पीने किसी भी चीज का कोई समय पता नहीं चलता. क्योंकि यह हमारे मानसिक दर्द से जुड़ी हुई बात होती है. तो हम लगभग नम पड़ जाते हैं. इसीलिए यह एक आम और बहुत ही संवेदनशील लक्षण है. जिस पर हमें ध्यान देना चाहिए और किसी भी हालत में इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
• लोगों और चीजों से दूर खींचना
इंसान बहुत ही संवेदनशील प्राणी है. उसे हमेशा ही लोगों के साथ उठने-बैठने में मजा आता है. वह खुशमिजाज प्रवृत्ति का प्राणी होता है. मगर अगर किसी इंसान को किसी भी तरह का कोई इमोशनल पेन होता है तो सबसे पहले समाज में उठने-बैठने की अपनी आदत से की किनारा कर लेता है. वह खुद को अलग-थलग रखना चाहता है. लोगों के साथ उठने-बैठने में हिचकिचाने लगता है. यह उसे समाज से दूर करना शुरू कर देता है.
• कम या कोई ऊर्जा नहीं होना
इंसान काफी थका हुआ महसूस करता है. जब वह इमोशनल पेन झेल रहा होता है. उसका दिमाग उथल-पुथल रहता है. वह उससे छुटकारा पाने की हर मुमकिन कोशिश करना चाहता है मगर क्योंकि उसका मानस खुद एक बड़े जंजाल में फंसा होता है. इसलिए थका हुआ और बेचैन महसूस करता है
• लगातार पेट दर्द या सिरदर्द जैसे अस्पष्ट दर्द और दर्द होना
इमोशनल पेन या मानसिक पेन बोले तो कोई अलग बात नहीं होगी. इमोशनल पेन के चलते इंसान ना ही अपने मानसिक स्वास्थ्य से अलग होने लगता है. अपना मानसिक स्वास्थ्य खराब करने लगता है. बल्कि यह आपके शरीर पर भी गहरा असर छोड़ता है तरह-तरह के दर्द होना पेट का पाचन खराब होना, सर में दर्द, इसके अलावा आपको गैस्ट्रिक प्रॉब्लम भी हो सकती है
• असहाय या निराश महसूस करना
जो इंसान काफी खुशमिजाज प्राणी माना गया है लेकिन मानसिक दर्द या इमोशनल पेन के दौरान वह खुद को काफी निराश और दुखी महसूस करता है. उसे लगता है जैसे की वह कभी भी दोबारा खुश नहीं हो पाएगा. शायद उसकी ख़ुशी उसके हाथ से हमेशा के लिए चली गई हैये बात उसे काफी विचलित कर जाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।