आज के समय में लगभग हर कोई मोटापे की समस्या से परेशान है। इसके पीछे कारण है गलत खान-पान और लाइफस्टाइल। अपने काम में लोग इतना ज्यादा बीजी हो गए हैं कि वो खान-पान पर सही से ध्यान ही नहीं दे पाते। जिसके चलते कई बीमारियां घर कर जाती हैं और इसमें से एक है मोटापा। जब पेट निकल जाता है तब लोग व्यायाम करना शुरू करते हैं, लेकिन इसके साथ ही आपको अपनी डाइट पर भी ध्यान देना जरूरी हो जाता है। बहुत से लोग इसपर ध्यान देते भी हैं लेकिन इसका सही तरीका पता होना बहुत जरूरी है। आज हम आपको बताएंगे मक्के के आटे के बारे में जिससे आपको वजन कम करने में और भी आसानी होगी।
इतना जान लें कि मक्के का आटा सिर्फ वजन ही नहीं बल्कि हृदय रोग और डायबिटीज के लिए भी फायदेमंद है। मक्के के आटे में कैलोरी, प्रोटीन, कार्ब्स, फाइबर, विटामिन सी, ई एंटीऑक्सीडेंट और ल्यूटिन पाए जाते हैं।
वेट लॉस में बहुत बहुत कारगर है मक्के का आटा, जानें इसके फायदे - weight loss me bahut kargar hai makke ka aata, jane iske fayde in hindi
मक्का वजन को करें नियंत्रित (maize control weight)
मक्के की रोटी खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स पहुंचता है जिससे आपको बॉडी को दिनभर एनर्जी मिलती रहती है। इसके अलावा बार-बार भूख भी नहीं लगती जिसकी वजह से अधिक खाने से बच सकते हैं। ऐसे में ये वजन को नियंत्रित करने में आपके काम आ सकता है।
कब्ज (Constipation is relieved by eating corn bread)
मक्के के आटे में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो भोजन को सही ढंग से पचाने में मदद करता है और मल त्याग की परेशानी को भी दूर करता है। ऐसे में अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो मक्के के आटे से बनी रोटी खानी शुरू कर दें।
हाई कैलोरी (calories is high in Corn)
मक्के के आटे में कैलोरी भरपूर मात्रा में पाई जाती है जो आपके शरीर में पूरे दिन एनर्जी बनाए रखने में मदद करती है। इसके साथ ही बार-बार भूख भी नहीं लगती है। साथ ही इसमें पाए जाने वाली विटामिन बी चयापचय प्रक्रिया को बढ़ावा देता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक है मक्का (Corn is helpful in reducing cholesterol)
मक्के के आटे के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। इससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का जोखिम कम होता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार होता है। इसके साथ ही हाई बल्ड प्रेशर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम किया जा सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।