मुंह में फंगल इन्फेक्शन होना हर किसी के लिए कष्टकारी हो सकता है, क्योंकि मुंह के जरिए हम किसी भी चीज का सेवन करते हैं। ऐसे में अगर मुंह में इंफेक्शन हो जाए तो खाने पीने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इसे बढ़ने से पहले इससे बचाव करना आवश्यक है। जानते हैं मुंह में फंगल इन्फेक्शन का कारण, लक्षण और घरेलू उपाय।
मुंह में फंगल इन्फेक्शन का कारण - Causes of Oral Thrush In Hindi
कमजोर इम्यूनिटी - अगर किसी का इम्यून सिस्टम कमजोर है तो इसकी वजह से कैंडिडा फंगस के बढ़ने व मुंह में फंगल इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ सकती है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्या - अगर कोई काफी समय से किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से परेशान है, तो ऐसे में मुंह में फंगल इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ सकती है।
एचआईवी होना - एचआईवी या एड्स के मरीजों में मुंह में फंगल इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है।
मुंह में फंगल इन्फेक्शन के लक्षण – Symptoms of Oral Thrush in Hindi
1 . गालों के भीतर, जीभ, गले व मुंह के ऊपरी हिस्से में सफेद परत होना।
2 . मुंह के अंदर मखमली घाव या रुई जैसा अहसास होना।
3 . निगलते समय दर्द होना।
4 . मुंह के कोनों में हल्की दरारें व लालिमा होना।
मुंह में फंगल इन्फेक्शन के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Oral Thrush in Hindi
1. सेब का सिरका - मुंह में फंगल इन्फेक्शन को कम करने के सेब के सिरके का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल, सेब के सिरके को कैंडिडा फंगस के खिलाफ एंटीफंगल प्रभाव दिखाने में सक्षम पाया जाता है।
2. नारियल तेल से ऑयल पुलिंग करना - फंगस को नष्ट करने के लिए नारियल तेल का एंटीफंगल गुण प्रभावकारी हो सकता है। मुंह में होने वाले इंफेक्शन यानी ओरल थ्रश का कारण कैंडिडा फंगस को माना जाता है। ऐसे में नारियल तेल से ऑयल पुलिंग करना लाभकारी हो सकता है।
3. दही - मुंह में फंगल इंफेक्शन के लिए दही का उपयोग प्रभावी हो सकता है। दही में लैक्टोबैसिलस नामक गुड बैक्टीरिया पाये जाते हैं, जो एंटी फंगल प्रभाव कैंडिडा संक्रमण से राहत दिलवाने का काम कर सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।