सर्दियों के मौसम में लोगों को अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए। जिसके लिए खाने पीने के साथ -साथ कई ऐसी चीजें भी होती है, जिससे सेहत को लाभ मिलता है। मुलेठी उनमें से ही एक है। अगर किसी के गले में सूजन व खांसी-जुकाम हो रहा है, तो ऐसे में मुलेठी का उफयोग किया जा सकता है। सर्दी (winter season) में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए मुलेठी बहुत फायदेमंद है। मुलेठी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण इन बीमारियों को जड़ से खत्म करते हैं और आपको सर्दियों में भी निरोग रखते हैं। तो चलिए जानते हैं मुलेठी के फायदे।
सर्दियों में मुलेठी की जड़ या पाउडर का सेवन करने से निम्नलिखित बीमारियां दूर हो जाती हैं।
1 . गले में सूजन व दर्द
2 . खांसी-जुकाम
3 . फेफड़ों के रोग
4 . हाई कोलेस्ट्रॉल
5 . कमजोर इम्युनिटी
6 . लिवर रोग
7 . स्किन डिसऑर्डर
8 . मोटापा
मुलेठी का इस्तेमाल कैसे करें-
मुलेठी का पानी -
मुलेठी का पानी व्यक्ति की कई समस्याएं दूर करने में मदद करता है। इसके पानी को बनाने के लिए 1 गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच मुलेठी पाउडर मिला लें और सेवन करें। इससे गले का इंफेक्शन, गले में दर्द या सूजन से बचने में मदद मिलती है।
मुलेठी की चाय -
मुलेठी की चाय का सेवन करने से गले के दर्द को दूर किया जा सकता है। इसे बनाने के लिए 1 कप उबलते पानी में एक छोटी मुलेठी की जड़ डालें और कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर धीमी आंच पर कुछ मिनट पकने दें। इसके बाद इसे छान लें और इसमें टी बैग डालकर पिएं।
मुलेठी की जड़ चबाना -
सर्दी में खांसी दूर करने के लिए मुलेठी की जड़ जबरदस्त घरेलू उपाय है। इसके लिए आप मुलेठी की जड़ कच्ची चबा सकते हैं। मुलेठी की जड़ चबाने से खांसी व गले के दर्द से तुरंत आराम मिलता है।
मुलेठी का काढ़ा -
सर्दी की बीमारियों से बचने के लिए मुलेठी का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है। यह एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय है, जिसका सेवन करने से फेफड़ों के रोग, खांसी, गले का इंफेक्शन, कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।