पर्किंसन डिजीज एक ऐसी बीमारी है जो नर्वस सिस्टम में धीरे-धीरे बढ़ने वाला एक डिसऑर्डर है, जिससे पूरे शरीर की गतिविधि प्रभावित होती है। लोगों को पर्किंसन के शुरुआत में लक्षण नजर नहीं आते हैं। किसी-किसी को हाथों में कंपकंपी महसूस होने लगती है। हाथों में कंपकंपी होना ही पार्किंसन के होने की पुष्टि करता है। इसके साथ ही जकड़न या शारीरिक गतिविधियों में धीमापन या अति संवेदनशीलता जैसे लक्षण भी प्रकट हो सकते हैं। इसमें जुबान धीमी या अस्पष्ट होने लगती है। रोग बढ़ने के साथ ही ये लक्षण बदतर होने लगते हैं। ऐसी स्थिति में न्यूरोलॉजिस्ट से तुरंत संपर्क करना चाहिए। जानते हैं पार्किंसन के घरेलू उपचार।
पार्किंसन के घरेलू उपचार : Parkinson Ke Gharelu Upchar In Hindi
लहसुन - शरीर का कम्पन दूर करने के लिए बायविडंग एवं लहसुन के रस को पकाकर सेवन करने से रोगी को लाभ मिलता है। लहसुन के रस से शरीर पर मालिश करने से रोगी का कंपन दूर होता है।
ब्राह्मी - पार्किंसन के रोगियों के लिए ब्राह्मी का सेवन किसी वरदान से कम नहीं है। यह दिमाग के टॉनिक की तरह काम करती है। लोग इसका इस्तेमाल याददाश्त बढ़ाने के लिए करते हैं। ब्राह्मी दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। साथ ही यह मस्तिष्क कोशिकाओं की रक्षा करती है।
हल्दी - हल्दी एक ऐसा हर्ब है, जिसमें बहुत सारे स्वास्थ्य गुण होते हैं। इसलिए हम इसे कभी अनदेखा नहीं कर पाते। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व पार्किंसन रोग को दूर करने में मदद करता है। ऐसा वह इस रोग के लिए जिम्मेदार प्रोटीन को तोड़कर और इस प्रोटीन को एकत्र होने से रोकने के द्वारा करता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।