पीलिया (Jaundice) एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा का रंग और आंखों का सफेद भाग और अन्य श्लेष्मा झिल्ली (mucous membranes) पीला हो जाता है। पीलापन शरीर में बिलीरुबिन (bilirubin) के बढ़े हुए स्तर के कारण होता है। बिलीरुबिन, एक वर्णक है जो लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) के टूटने से उत्पन्न होता है। यकृत बिलीरुबिन को संसाधित करता है और इसे पित्त नलिकाओं (bile duct) के माध्यम से आंत में भेजता है। पीलिया बिलीरुबिन उत्पादन में वृद्धि, लिवर के माध्यम से फिल्ट्रेशन में कमी, या बाइल डक्ट के रुकावट से हो सकता है। नियमित दवाओं और घरेलू उपचारों से आप पीलिया से अधिक प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम होंगे। यह कुछ उपयोगी घरेलू उपचार हैं :-
पीलिया के घरेलू उपचार : Jaundice Ka Gharelu Upchar In Hindi
प्राकृतिक धूप (Natural Sunlight)
जब शिशुओं में पीलिया का निदान किया जाता है, तो फोटोथेरेपी के अलावा, डॉक्टर उन्हें सूरज की रोशनी में उजागर करने की सलाह देते हैं क्योंकि यह इस स्तिथि में फायदेमंद है।
गन्ने का रस (Sugarcane juice)
गन्ने का रस लीवर को मजबूत करने में मदद करता है। जब तक आपका पीलिया ठीक न हो जाए, तब तक रोजाना इसे एक गिलास पिएं।
बकरी का दूध (Goat's milk)
पोषक तत्वों के संबंध में गाय के दूध की तुलना में, बकरी का दूध पचने में आसान होता है और शिशुओं और एडल्ट्स के लिए समान रूप से उपयुक्त होता है। बकरी के दूध में उपयोगी एंटीबॉडी भी होते हैं जो पीलिया को ठीक करने में मदद करते हैं।
हरे अंगूर का रस (Green grapes juice)
हरे अंगूर का रस लीवर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह सीरम बिलीरुबिन के स्तर को संतुलित करता है और पीलिया को ठीक करता है।
अमला (Amla)
आंवला विटामिन C और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो पीलिया से लड़ने में मदद करता है। यह लीवर की कार्यप्रणाली में सुधार करता है और सीरम बिलीरुबिन के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। आंवले को उबालकर पेस्ट बना लें और इसमें पानी और शहद मिलाकर रोजाना सेवन करें।
तुलसी (Tulsi)
पवित्र तुलसी लिवर के लिए एकदम सही है क्योंकि इसमें हेपेटोप्रोटेक्टिव (hepatoprotective) गुण होते हैं। यह प्रतिरक्षा में सुधार करते हैं और संक्रमण से लड़ते हैं। तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर रोजाना इसका सेवन करें।
पपीते के पत्ते (Papaya leaves)
पपीते के पत्ते पपैन एंजाइम (Papain enzymes) से भरपूर होते हैं जो पाचन का समर्थन करते हैं और लिवर के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। पत्तों को पीसकर रस निकालने के लिए छान लें। रोजाना एक चम्मच लें।
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