पुदीना (Mint) सबसे ज्यादा अपने अनोखे स्वाद के लिए ही जाना जाता है। पुदीना के पत्ते ना सिर्फ खाने का जायका बढ़ाते हैं, बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी होते हैं। आयुर्वेद में सदियों से पुदीने का इस्तेमाल औषधि के रुप में हो रहा है। सामान्य तौर पर पुदीने का उपयोग :- दंत-मंजन, टूथपेस्ट, चुइंगगम्स, माउथ फ्रेशनर, कैंडीज,इनहेलर आदि में किया जाता है। इसके अलावा भी आयुर्वेद में पुदीने का प्रयोग अन्य रोगों के इलाज में भी होता है। पुदीने के पत्तों के बारे में विस्तार से आगे जानते हैं। बहुत कम लोगों को ही पता है कि पुदीना ऐसी जड़ी बूटी है जो औषधि के रुप में काम करती है। इस लेख में आप पुदीने के पत्ते के फायदों के बारे में जानेंगे।
स्वास्थ्य लाभों से भरपूर हैं पुदीने के पत्ते, जाने इससे जुड़े तथ्य : Mint Leaves Benefits In Hindi
1. अस्थमा रोगियो के लिए फायदेमंद (Beneficial for asthma patients)
पुदीना में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो अस्थमा में फायदेमंद हो सकते हैं। पुदीने के पत्ते का अंजीर के साथ सेवन सीने में जमे कफ से राहत दिला सकता है। इसके लिए अंजीर के साथ पुदीने के कुछ पत्ते को चबा सकते हैं। पुदीने का जूस पीने से भी सांस संबंधित परेशानियों से राहत मिल सकती है।
2. नाक बंद होने की स्तिथि में (Treats nasal congestion)
नाक बंद होने की स्थिति में ताजे पुदीने के पत्ते को सूंघना फायदेमंद रहेगा। खुजली या गले में खराश होने पर भी पुदीने का काढ़ा लिया जा सकता है। इसके लिए एक कप पानी में दस-बारह पुदीने के पत्ते डालकर आधा होने तक उबालें। पानी को छानकर एक चम्मच शहद के साथ पिएं।
3. डैंड्रफ के लिए (Treats Dandruff)
एंटी डैंड्रफ हेयर पैक बनाने के लिए पुदीने का पेस्ट, नींबू का रस और मुल्तानी मिट्टी मिलाएं। इसे पूरे स्कैल्प पर लगाएं और 20 मिनट के लिए छोड़ दें और माइल्ड शैम्पू से धो लें।
4. मुंहासे का घरेलू उपचार (Treats Pimples)
प्राकृतिक रूप से मुंहासों का इलाज करने के लिए, पुदीने की पत्तियों, तुलसी के पत्तों और नीम के पत्तों को पीसकर एक अच्छा पेस्ट बना लें। इसमें गुलाब जल में मिलाएं और पूरे चेहरे पर लगाएं। 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इससे दाग-धब्बे और मुंहासे के निशान भी ठीक हो जाएंगे।
5. दांतों की देखभाल के लिए (Good for teeth care)
पुदीने के पत्तों का इस्तेमाल दांतों की देखभाल में भी किया जाता है। इसके अलावा इसका प्रयोग मुंहासे और ब्लैकहेड्स को ठीक करने में भी किया जाता है।
6. हिचकी का इलाज (Treats hiccups)
हरे पुदीने की 20-25 पत्तियां, मिश्री व सौंफ 10-10 ग्राम और काली मिर्च 2-3 दाने इन सबको पीस लें और सूती, साफ कपड़े में रखकर निचोड़ लें। इस रस की एक चम्मच मात्रा लेकर एक कप हल्के गर्म पानी में डालकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।