रात में देर रात तक जागना पड़ सकता है भारी, इन बीमारियों का हो सकते हैं शिकार 

रात में देर रात तक जागना पड़ सकता है भारी, इन बीमारियों का हो सकते हैं शिकार
रात में देर रात तक जागना पड़ सकता है भारी, इन बीमारियों का हो सकते हैं शिकार

आजकल लोग रात में देर से सोने लगे हैं। कोई रात में पढ़ाई के चलते, तो कोई रात में देर तक काम, और कई लोग तो मोबाइल पर समय खराब करते हुए रात में देर से सोते हैं। लेकिन इस कारण रात में देर से सोने के बहुत से दुष्परिणाम देखने को मिले हैं। जिसके चलते लोग बहुत अलग अलग तरह की बीमारियों के शिकार होने लगे हैं। इसलिए रात में देर से सोना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए अब जानते हैं रात में देर से सोने के क्या खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।

रात में देर रात तक जागना पड़ सकता है भारी, इन बीमारियों का हो सकते हैं शिकार - Raat Me Der Tak Jagna Pad Sakta Hai Bhari, In Bimariyon Ka Ho Sakte Hain Shikar In Hindi

बीपी की समस्या (BP problem) - रात में देर से सोने से बीपी की समस्या शुरू होने लगती है। दरअसल रात में यदि आप देर से सोने के आदि हैं, तो इस आदत को सुधार लीजिए। इसके कारण बीपी की समस्या हो जाती है। जिससे आप जिंदगी भर परेशान रहेंगे।

माइग्रेन (Migraine) -रात में देर से सोने से माइग्रेन की समस्या भी शुरू होने लगती है। नींद पूरी न हो, तो पूरा प्रेशर सिर पर आता है। जिससे लगातार सिर का दुखना शुरू हो जाता है। इससे माइग्रेन होने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं।

भूलने की बीमारी (Alzheimer's) जब कोई व्यक्ति रात में देर से सोता है। तो उसको भूलने की बीमारी हो सकती है। हमारा दिमाग दिन भर काम करता है। ऐसे में अगर उसे रात में भी आराम न मिले तो दिमाग पर प्रेशर पड़ता है जिससे वो बातें भूलने लग जाता है। इसके लिए जरूरी है कि व्यक्ति रात में जल्दी सोना शुरू करे।

हार्ट अटैक (Heart Attack) रात में देर से सोने से हार्ट अटैक की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। इसके पीछे का कारण है कि रात में जब हम सोते हैं तो हार्ट हमारा उसी तरह से काम करने लगता है। हार्ट पूरी तरह से रिलैक्स हो जाता है। लेकिन रात में अगर हम खुद को आराम नहीं देते हैं, तो इससे अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Shilki
App download animated image Get the free App now