प्लेटलेट्स ज्यादा होने के नुकसान

प्लेटलेट्स ज्यादा होने के नुकसान (sportskeeda Hindi)
प्लेटलेट्स ज्यादा होने के नुकसान (sportskeeda Hindi)

शरीर की अच्छी सेहत के लिए प्‍लेटलेट्स महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। बता दें, प्‍लेटलेट्स का निर्माण बोन मैरो में होता है, जो बॉडी की बोंस के भीतर एक स्‍पंजी टिशू होता है। अक्सर लोगों ने सुना होगा कि व्यक्ति की प्‍लेटलेट्स कम हो गई, ऐसे में उसे प्‍लेटलेट्स बढ़ाने के लिए दवा का उपयोग करना पड़ता है, कई बार तो अस्पताल तक जाना पड़ता है। लेकिन क्या कभी प्‍लेटलेट्स अधिक बढ़ जाए तो इससे होने वाले नुकसान के बारे सुनी है। बता दें हाई प्‍लेटलेट काउंट से कई बार गंभीर बीमारी होने का खतरा होता है। प्‍लेटलेट्स की ब्‍लड में सामान्‍य संख्‍या 150,000 से 450,000 प्रति माइक्रोलीटर है. 450,000 से अधिक प्‍लेटलेट लेवल को थ्रोम्‍बोसाइटोसिस के रूप में देखा जाता है। तो चलिए जानते हैं प्लेटलेट्स ज्यादा होने के नुकसान।

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प्लेटलेट्स ज्यादा होने के नुकसान : Side Effects Of Increase Platelet Count In Hindi

ब्‍लड क्‍लॉट की समस्‍या हो सकती है -

जिन लोगों के शरीर में प्‍लेटलेट्स काउंट हाई लेवल पर होता है अक्‍सर देखा जाए तो उन्‍हें किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। लेकिन कुछ लोगों को हाई प्‍लेटलेट्स काउंट की वजह से ब्‍लड क्‍लॉट की समस्‍या हो सकती है। कई बार देखा जाता है कि ब्‍लड वेसल्‍स में ब्‍लड क्‍लॉट्स बन जाते हैं। सामान्‍य तौर पर ये ब्‍लड क्‍लॉट्स हाथ, पैर और मस्तिष्‍क में बनते हैं। जिसकी वजह से ये क्‍लॉट प्रॉपर ब्‍लड फ्लो में रुकावट पैदा करते हैं। इस वजह से सिर दर्द, चक्‍कर आना, स्‍ट्रॉक और नसों में दर्द या सुन्‍नपन की समस्‍या हो सकती है।

हाई ब्‍लड प्रेशर की समस्या -

अगर किसी को बहुत अधिक या बहुत कम प्‍लेटलेट्स लेवल हो रखा है, तो ये कई तरह की परेशानियां पैदा कर सकती हैं, इनमें हाई ब्‍लड प्रेशर, स्‍लो फेटल ग्रोथ, प्रीमेच्‍योर डिलीवरी, वॉम्‍ब से प्‍लेसेंटा का सेप्रेशन, मिसकैरिज जैसी दिक्‍कत का भी सामना करना पड़ता है।

कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है -

हाई प्‍लेटलेट्स की वजह से व्यक्ति को कई तरह के कैंसर होने की खतरा भी बढ़ जाता है। थ्रोम्‍बोसाइटोसिस के शुरुआती दौर में ब्‍लड सेल कैंसर होने का खतरा होता है, जिसे एक्‍यूट ल्‍यूकेमिया कहते हैं। हालांकि इस कैंसर से पीडित लोगों की संख्‍या काफी कम है। प्‍लेटलेट्स बढ़ने की वजह से सामान्‍य तौर पर ओवेरियन कैंसर, लंग कैंसर और ब्रेस्‍ट कैंसर के मामले सबसे ज्‍यादा देखे गए हैं। वहीं प्‍लेटलेट्स बढ़ने की वजह से गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल कैंसर भी हो सकता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Naina Chauhan
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