अगर किसी व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, सोते समय घरघराहट और खांसी जैसी समस्या लगातार हो रही है, तो ये सीने में कफ जमने का लक्षण हो सकता है। कहा जाता है कि कभी भी सर्दी-जुकाम और सांस लेने में परेशानी की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सर्दी-खांसी, जुकाम या वायरल इन्फेक्शन की समस्या होने पर आपकी छाती में कफ बढ़ने लगता है। लंबे समय तक यह समस्या बनी रहे, तो आपको निमोनिया, फेफड़ों में इन्फेक्शन और कई गंभीर समस्याओं का खतरा बना रहता है। तो आइए जानते हैं छाती में कफ जमने से क्या होता है? इस समस्या से बचने के क्या तरीके हैं?
छाती में कफ जमने के 5 नुकसान और बचाव के 6 टिप्स : Side Effects of Mucus in Chest in Hindi
1. फेफड़ों में इन्फेक्शन - अगर किसी के छाती में कफ (cough) जमा है तो इसकी वजह से फेफड़ों में इन्फेक्शन और फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो फेफड़े खराब भी हो सकते हैं।
2. फेफड़ों में सूजन की समस्या - फेफड़ों में सूजन (inflammation of the lungs) और लालिमा व जलन भी छाती में कफ जमने के कारण होता है। एक सप्ताह से ज्यादा समय तक इस समस्या के बने रहने से आपको फेफड़ों में सूजन की समस्या हो सकती है।
3. हार्ट फेलियर की समस्या - अगर किसी की छाती में लंबे समय तक कफ जमा रहने तो इसके कारण आपको कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की समस्या भी हो सकती है। यह समस्या हार्ट में लिक्विड के जमा होने से सबसे ज्यादा होती है।
4. टीबी की समस्या - छाती या सीने में अगर बहुत लंबे समय तक कफ जमा रहे, तो इसके कारण आपको टीबी (TB) की समस्या भी हो सकती है। इसलिए सप्ताह भर से ज्यादा समय तक कफ जमा रहने पर आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
5. अस्थमा की समस्या - अगर बहुत लंबे समय तक छाती में कफ जमा रहने के कारण आपको सांस लेने से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। इसकी वजह से आप अस्थमा (Asthma) जैसी गंभीर समस्या के शिकार भी हो सकते हैं।
छाती में कफ जमने पर क्या करें?- Mucus in Chest Prevention in Hindi
गर्म तरल पदार्थों का सेवन - अगर किसी के छाती में कफ जमा है, तो इससे सांस लेने में तकलीफ, खांसी और गले में दर्द (cough and sore throat) जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप गर्म तरल पदार्थों का सेवन कर सकते हैं, इन्हें फायदेमंद माना जाता है।
अदरक या सोंठ का पाउडर - छाती में जमा कफ को बाहर निकालने के लिए अदरक या सोंठ का पाउडर शहद (Honey) में डालकर खाने से फायदा मिलता है।
ग्रीन टी का सेवन - छाती से कफ की समस्या को दूर करने के लिए ग्रीन टी (Green Tea) का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
स्टीम - चेस्ट कंजेशन बहुत गंभीर रूप ले लेता है, तो आपको स्टीम या भाप (Steam) लेने से बहुत फायदा मिलता है। इसके लिए गर्म पानी में नीलगिरी का तेल डालकर भाप लें, इससे आपके सीने में जमा कफ आसानी से बाहर निकल जाएगा।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।