सर्दी से बचना हो या फिर कोरोने से हर कोई हल्दी दूध (Turmeric Milk) का सेवन करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी का दूध एंटीमाइक्रोबियल होता है। यानि इस दूध में बैक्टीरिया और फफूंद जैसे सूक्ष्मजीवों की मौजूदगी कम करने की क्षमता होती है। एक ओर जहां हल्दी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है वहीं इसके कुछ साइड-इफेक्ट भी होते हैं। जिन लोगों के शरीर का तापमान बहुत गर्म रहता है, उन्हें भूलकर भी हल्दी वाले दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं कि हल्दी दूध से क्या नुकसान हो सकते हैं।
दूध में हल्दी के नुकसान : Side Effects Of Turmeric Milk In Hindi
गॉल ब्लेडर में समस्या -
अगर किसी के गॉल ब्लेडर में कोई समस्या है तो उन लोगों के लिए हल्दी वाला दूध समस्या को और बढ़ा देगा। वहीं अगर पित्त की थैली में स्टोन है तो ऐसे में हल्दी वाला दूध नहीं पीना चाहिए।
डायबिटीज के रोगियों को -
अगर आपको डायबिटीज है तो ऐसे में हल्दी वाला दूध अधिक नहीं पीना चाहिए। क्योंकि हल्दी में मौजूद कम्पाउंड करक्युमिन ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है। वहीं अगर आपका शुगर लेवल हाई रहता है तो हल्दी दूध का इस्तेमाल ना ही करें। प्रेग्नेंसी में भी महिलाओं को अधिक हल्दी दूध नहीं पीना चाहिए।
शरीर में आयरन की कमी को बढ़ा सकता है -
अगर किसी को आयरन की कमी है और फिर भी हल्दी दूध का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपको फायदा नहीं नुकसान होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि हल्दी आयरन को सोखने का काम करती हैं। जिससे शरीर में आयरन की कमी और भी ज्यादा बढ़ सकती है। इसलिए जिन लोगों के शरीर में आयरन की कमी है उनको हल्दी वाला ये दूध नुकसान पहुंचा सकता है।
टेस्टोस्टेरॉन के स्तर कम हो सकते है -
हल्दी का ज्यादा सेवन टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम कर सकता हैं। जिसकी वजह से स्पर्म की सक्रियता में कमी आ जाती है।
सर्जरी होने पर -
हल्दी शरीर में खून का थक्का जमने नहीं देता है। जिसकी वजह से खून का स्त्राव बढ़ जाता है। अगर आपकी कोई सर्जरी हुई है या फिर होने वाली है तो आपको हल्दी के सेवन से बचना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।