Sources of Calcium and Vitamin D in hindi: उम्र बढ़ने के साथ ही जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। हड्डियां कमजोर होने लगती है। ऐसे में अपने खान-पान पर बेहद ही ध्यान देना होता है, खासकर उनपर जो हमारे हड्डियों को मजबूती प्रदान करे। कैल्शियम और विटामिन डी स्वस्थ हड्डियों के दो मुख्य घटक हैं। जहां कैल्शियम आपकी हड्डियों और दांतों के लिए लाभकारी है। वहीं, विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों के विकास में सुधार करने मदद करता है। ये पोषक तत्व बढ़ती उम्र में बेहद ही महत्वपूर्ण हैं। ऑस्टियोपोरोसिस या गठिया से पीड़ित लोग कैल्शियम और विटामिन डी वाले आहार का सेवन करने से छुटकारा पा सकते हैं।
इन 6 चीजों में कैल्शियम और विटामिन डी पाया जाता है
सारडाइन फिश (Sardine fish for Calcium aur Vitamin D)
सारडाइन मछली में कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन डी का उच्च स्तर होता है। सार्डिन का सेवन ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। आप अपने दैनिक आहार में शामिल कर इसका लाभ उठा सकते हैं।
सैल्मन फिश (Salmon fish is Source of Calcium aur Vitamin D)
सैल्मन फिश में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसके साथ ही सैल्मन फिश विटामिन डी का एक बड़ा स्रोत है। स्वस्थ हृदय, मजबूत हड्डियों और ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम के लिए सैल्मन को अपने आहार में शामिल किया जा सकता है।
टूना (Eat Tuna fish for Calcium aur Vitamin D)
टूना फिश एक वसायुक्त मछली है जो विटामिन डी का एक बड़ा स्रोत है। यानी इसमें फैट नहीं पाया जाता है। टूना फिश के सेवन से आप सूर्य की रोशनी से मिलने वाले विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं। माना जाता है कि टूना फिश के सेवन से आप 39% विटामिन डी हासिल कर सकते हैं।
दही (Yogurt)
कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनकी सेवन से आप कैल्शियम के साथ ही विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं। दही उनमें से एक है। दही कैल्शियम और विटामिन डी की मदद से आपके शरीर में कैल्शियम के साथ ही विटामिन डी की कमी भी पूरा होगा। ये ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद कर सकता है।
अंडे (Benefits of Egg)
अंडे में कई सारे पोषक तत्व होते हैं जो हमारे स्वस्थ शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं। इसके सेवन से विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है।
दूध (Milk for Bones)
दूध कैल्शियम का बेहतरीन स्त्रोत है। जिसके चलते बचपन से लेकर बुढ़ापे तक दूध का सेवन करना जरूरी होता है। नियमित रूप से दूध पीने से ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही हड्डियों की मजबूती बनी रहती है और जोड़ों का दर्द भी कम हो सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।