अगर आप हिंदी फिल्मों के शौकीन हैं तो आपने एक फिल्म के गीत के ये बोल सुने होंगे जिनके आधार पर अगर नशा शराब में होता तो नाचती बोतल। इस गीत के बोल कितने सच हैं ये आप सिर्फ इस बात से समझ सकते हैं कि नशा, शराब में होता तो नाचती बोतल, जिसका अर्थ है कि ये निर्जीव चीजों पर असर नहीं करती है।
इस बोल में ये कहीं नहीं है कि नशा शराब में होता तो नाचता इंसान क्योंकि नशा शराब के बाद आपके शरीर के अंदर मौजूद अंगों पर प्रभाव डालता है जिसकी वजह से इंसान एक अलग प्रकार का अनुभव करता है। ये वो दौर होता है जब हर इंसान 'तू तो मेरा भाई है' वाली बात जरूर कहता है।
इस बात को ध्यान रखें कि नशा और नाश में सिर्फ एक मात्रा का फर्क है। नशा कुछ स्तर तक ठीक माना जाता है लेकिन अगर आप ऐसी चीजों का सेवन कर रहे हैं जो भारतीय कानून और नारकोटिक्स नियम के अंतर्गत गलत हैं तो उसके कारण आपको सजा हो सकती है। वैसे भी आप नशा करके खुद को और अपने परिवार एवं चाहनेवालों को सजा तो दे ही रहे होते हैं।
ये कह देना कि ये तो कूल है, इससे हम कूल लगते हैं और इससे हमें ट्रिप मिलती है, एक ऐसा झूठ है जिसको शब्दों में नहीं कहा जा सकता है। आप कूल में से क को फ से बदल दें और नशा करने पर आप वही लगते हैं, और ट्रिप आपको लगे या ना लगे लेकिन नशा करने पर आपको हवालात की ट्रिप जरूर लग सकती है। इससे और क्या क्या नुकसान होते हैं, आइए जानते हैं।
ड्रग्स से रहे दूरी हर बार वरना सेहत और कानून के बनेंगे कुसूरवार: Drugs Se Rahe Doori Har Baar Warna Sehat Aur Kanoon Ke Banenge Kusoorvaar
रिश्तों में आती है खटास और दूरी: Distance and sourness in relationships
दो गज की दूरी कोरोना के बाद मेंडेट हुई है लेकिन अगर आप नशा करते हैं तो आप अपने रिश्तों, रिश्तेदारों, परिवार और जिम्मेदारियों से दूरी बना लेते हैं। खटाई में खटास होती है लेकिन वो सेहत, पाचन और जबान की लज्जत को पसंद आती है लेकिन रिश्तों में खटास पड़ जाने पर दिक्कत होती है। वैसे भी रिश्तों और डोरी में अगर एक बार गाँठ लग गयी तो उसे खोलने में वक्त लगता है।
आंतरिक अंग होते हैं खराब: Internal organs get damaged
शरीर के हर अंग के पास खुद को ठीक रखने की ताकत होती है। यही वजह है कि जब आपको चोट लगती है तो अंदर के जरूरी सेल्स काम करने लगते हैं और आपके चोट वाले स्थान पर प्रोटेक्शन के लिए एक पपड़ी बन जाती है। अगर उसी जगह पर बार बार चोट लगेगी तो धीरे धीरे शरीर में मौजूद सेल्स का भी असर कम होने लगेगा।
यही हाल ड्रग्स या नशे से जुड़ी किसी भी चीज का होता है। वो आपके शरीर में जाकर इन सेल्स के प्रभाव और काम पर असर डालता है जिसकी वजह से आपके आंतरिक अंग नुकसान पाते हैं।
दिमाग पर होता है बुरा असर: Impacts the brain
दिमाग शरीर का वो केंद्र है जो आपके परिवार में माँ और पिता का होता है। आप दोनों को जीवन में सबसे बड़ा स्थान देते हैं जैसे शरीर में दिमाग और रीढ़ की हड्डी का स्थान होता है। अगर ये ना हों तो आप कुछ नहीं कर सकते हैं। दिमाग पर बुरा असर होने पर आपको किसी भी काम को करने में परेशानी होगी और ये आपकी हार और नशे की जीत होती है। आज ही नशे को छोड़ें और अपने जीवन को सही राह पर लाएं।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)