सूजन होने पर इन 6 चीज़ों का करें सेवन

सूजन होने पर इन 6 चीज़ों का करें सेवन (फोटो - sportskeedaहिन्दी)
सूजन होने पर इन 6 चीज़ों का करें सेवन (फोटो - sportskeedaहिन्दी)

सूजन (swelling) संक्रमण, बीमारियों और चोटों के के कारण हुई शरीर की सामान्य प्रतिक्रिया है। इन स्थितियों में, सूजन की उपचार प्रक्रिया का हिस्सा है। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो शरीर में सूजन से बचने के लिए योगदान के लिए जाने जाते हैं। यह लेख उन फूड्स के बारे में है। इस लेख के माध्यम से हम आपको सूजन से बचाव के लिए कुछ खाद्य पदार्थों (foods to prevent inflammation) का सुझाव देने जा रहे हैं।

सूजन होने पर इन 6 चीज़ों का करें सेवन - Sujan Hone Par In Cheezo Ka Karein Sevan In Hindi

1. हरा पत्तेदार साग (Green leafy greens)

केल, पालक और स्विस चार्ड जैसी सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट में उच्च होती हैं। यदि आप सलाद के बहुत बड़े प्रशंसक नहीं हैं, तो पालक और केल को फलों की स्मूदी में मिलाकर भी खा सकते हैं।

2. फलों का सेवन करें (Eat fruits)

फलों का गहरा रंग ही यह संकेत देता है ये बहुत से फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। प्रतिदिन कोई भी एक गहरे नीले और बैंगनी (जैसे ब्लैकबेरी, प्लम या अंगूर) और चमकीले लाल, नारंगी और पीले (जैसे सेब, पपीता, या अनानास) फलों का सेवन करने से सूजन कम करने में मदद मिलती है।

3. अदरक और हल्दी (Ginger and turmeric)

अदरक और हल्दी में न केवल सूजन-रोधी गुण होते हैं। यह व्यंजनों में रंग और स्वाद भी जोड़ते हैं। अगर आपको हल्दी का स्वाद पसंद नहीं है, तो आप करक्यूमिन (curcumin) सप्लीमेंट ले सकते हैं। करक्यूमिन एक रासायनिक यौगिक है जो हल्दी को इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण देता है।

4. नट्स (Nuts)

अखरोट, बादाम और कई अन्य नट्स सूजन और हृदय रोग को कम करने में मदद कर सकते हैं। अधिकांश नट्स "स्वस्थ" फैट (मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स) के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर में उच्च होते हैं। याद रखें कि सादे मेवे (आमतौर पर "कच्चे" के रूप में जाने जाते हैं) बहुत अच्छे होते हैं, लेकिन मूंगफली के कई उत्पादों सहित इनका तेल उतना फायदेमंद नहीं हो सकता है।

5. चिया और अलसी के बीज (Chia seeds and flaxseeds)

चिया और अलसी दोनों ही ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो सूजन से लड़ने वाले सिद्ध होते हैं। आप अनाज, दलिया या दही, बेक्ड गुड्स या स्मूदी में एक बड़ा चम्मच अलसी या चिया बीज मिला सकते हैं।

6. वसायुक्त मछली (Fatty fish)

सार्डिन, सैल्मन और टूना जैसी मछलियाँ ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं और इन्हें एंटी-इंफ्लेमेटरी माना जाता है। मध्यम आयु वर्ग और बुजुर्ग महिलाओं के एक बड़े अध्ययन में पाया गया कि जो लोग हर हफ्ते लगातार एक या अधिक सर्विंग्स मछली खाते थे, उनमें संयुक्त ऊतक सूजन के कारण रूमेटोइड गठिया (rheumatoid arthritis) विकसित होने की संभावना 29% से कम थी।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।