कई लोगों में यह देखा गया है कि कुछ ही दुर चलने पर या फिर थोड़ी-बहुत एक्सरसाइज करने पर ही सांस फूलने लगती है। सांस फूलना कोई बीमारी नहीं है लेकिन, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि, सांस फूलना किसी गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। हार्ट फेलियर, फेफड़ों में संक्रमण, दम घुटने आदि जैसी स्थिति के दौरान व्यक्ति को हांफने जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं।
सांस फूलने के लक्षण |symptoms of breathlessness
गले में जलन और फेफड़ों में जलन महसूस करना।
आंखों में पानी आ जाना
चक्कर आना या बेहोशी महसूस करना
सांस लेते वक्त आवाज निकलना
दिल की गति का तेज हो जाना
स्टीम (Take steam on breathlessness)
किसी को अगर सांस फूलने की समस्या है तो वो गर्म पानी की भाप ले सकता है। इसके लेने से आपके नाक की नलियां साफ होती हैं और सांस लेने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है।
अदरक (Ginger to relieve breathlessness)
अदरक को आयुर्वेद में काफी महत्व दिया गया है। इसे कई गंभीर बीमारियों के इलाज में जड़ी-बूटी के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। सांस फूलने की समस्या में अदरक के टुकड़े को चबा कर खा सकते हैं या फिर इसे कूटकर चाय बनाकर पी लें। इससे शरीर में बलगम निकलेगा और सांस फूलने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
चुकंदर का सेवन होगा लाभकारी (consume beetroot in breathlessness)
सांस फूलने की समस्या में चुकंदर काफी काम आ सकता है। चुकंदर शरीर में आयरन की पूर्ति करता है। इसके साथ ही इसमें फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन आदि भी होते हैं। इसलिए यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
सौंफ (Eat fennel for breathlessness)
सांस फूलने की समस्या में सौंफ भी काफी असर दिखा सकती है। सौंफ में ऐसे गुठ पाए जाते हैं जो बलगम को निकालने में मदद करते हैं और साथ ही सांस फूलने की समस्या से निजात दिलाते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।