अक्सर हमने देखा है कि किसी चीज से टकराने के बाद त्वचा की उस जगह पर नील पड़ जाता है। जो दिखने में बहुत ही खराब लगता है। ये निशान अक्सर उन लोगों को पड़ते हैं, जिनकी त्वचा बहुत ज्यादा सेंसिटिव होती है। अगर ये निशान इस कारण से पड़ रहे हैं, तो ये नार्मल है। लेकिन अगर आपको बिना मतलब जगह जगह शरीर पर नील पड़ रहे हैं। तो ये घातक हो सकता है। आज हम इस लेख में आपको इसी बारे में जानकारी देंगे कि शरीर पर नील क्यों पड़ते हैं और इसको ठीक करने के उपाय क्या क्या हैं।
नील पड़ने के लक्षण - Symptoms of bruising in hindi
हीमोफीलिया - हीमोफीलिया एक ब्लीडिंग डिसऑर्डर है, जिसमें रक्त ठीक से नहीं जमता है। रक्त में कई प्रोटीन होते हैं, जिन्हें क्लोटिंग कारक कहा जाता है, जो चोट या सर्जरी के बाद रक्तस्राव को रोकने में मदद कर सकते हैं। हीमोफीलिया वाले लोगों में आठ या कारक नौ फैक्टर की मात्रा कम होती है, जो सामान्य रक्त के थक्के के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारक होते हैं। ये घातक भी हो सकता है।
विटामिन सी और के की कमी - विटामिन के खून को जमने में मदद करता है और ब्लीडिंग को रोकता है। वहीं विटामिन सी की कमी से स्कर्वी जैसी बीमारी हो सकती है। जिसके कारण चोट लगती है। आपको ये बता दें कि ये पोषक तत्व चोट लगने की किसी भी घटना को रोकने के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन के की कमी से शरीर पर नील के निशान बहुत आसानी से पड़ सकते हैं।
सूजन - नील वाली जगह पर अक्सर सूजन आमतौर पर अंदरूनी ऊतकों में खून जमा होने के कारण होती है। दर्द की तरह ही सूजन की गंभीरता भी चोट के प्रकार और जगह पर निर्भर करती है। गंभीर चोटों में सूजन आस-पास के क्षेत्र में भी फैल जाती है। जबकि छोटी-मोटी चोट के दौरान होने वाली सूजन का पता भी नहीं चल पाता है।
दर्द की समस्या - जब किसी जगह पर नील पड़ता है, तो उस जगह पर दर्द की समस्या भी होने लगती है। बाहरी त्वचा पर नील पड़ने अपेक्षा अंदरूनी त्वचा वाला नील ज्यादा दर्द देता है।
नील को ठीक करने के उपाय - Remedies to cure bruising
अगर आपको भी शरीर पर जगह जगह नील पड़ता है, तो एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं। डॉक्टर आपको सही कारण बता सकते हैं कि आखिर क्यों आपके शरीर पर जगह जगह नील पड़ रहे हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।