शरीर में अगर किसी भी चीज की कमी होती है, तो इस बात की जानकारी हमारी त्वचा से पता चलने लगता है। जिस तरह से हमारे शरीर के लिए कैल्शियम, प्रोटीन और बाकी विटामिन्स जरूरी होते हैं, उसी तरह से सल्फर भी हमारे शरीर के लिए एक जरूरी तत्व होता है। अगर इसकी कमी हो जाए, तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सल्फर की कमी से होने वाली बीमारियां Sulfur deficiency diseases in hindi
त्वचा पर चकत्ते (skin rashes) - अगर आपको सल्फर की कमी हो रही है, तो त्वचा इस बात की जानकारी आपको देती है। त्वचा में लालपन, खुजली, जलन, रैशेज होना नाखूनों का टूटना ये सभी इशारे सल्फर की कमी के हो सकते हैं।
कमजोरी महसूस होना (feeling weak) - सल्फर की कमी से कमजोरी महसूस होती है। क्योंकि ये एक ऐसा पोषक तत्व है, जो शरीर में मौजूद पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलता है और अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो आपको कमजोरी महसूस हो सकती है।
शारीरिक विकास में कमी (lack of physical development) - सल्फर की कमी से शारीरिक विकास में भी बाधा आती है। दरअसल सल्फर हड्डियों, मांसपेशियों और मस्तिष्क के विकास के लिए अतिआवश्यक होता है और अगर इसमें कमी आ जाए, तो शारीरिक विकास में कमी हो सकती है।
बालों की परेशानी (Hair problem) - अगर आपके शरीर में सल्फर की कमी हो रही होती है। तो आपको बालों के झड़ने की समस्या, बाल सफेद होना, बालों के रंग में परिवर्तन आने जैसी समस्या हो सकती है।
सांस लेने में समस्या (Breathing problem) - अगर आप सल्फर की कमी से जूझ रहे हैं, तो हो सकता है कि आपको सांस लेने में परेशानी, फेफड़ों में इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।