ये पांच लक्षण सोशल मीडिया के , आपके दिमाग पर पढ़ रहे दुष्प्रभाव के संकेत हैं!

These five symptoms are signs of the ill effects of social media on your mind:
ये 5 लक्षण, सोशल मीडिया के आपके दिमाग पर पढ़ रहे दुष्प्रभाव के संकेत हैं!

सोशल मीडिया का प्रयोग हर कोई अपने अनुसार करता है कुछ लोग किसी आम बात की तरह लेते हैं लेकिन उसमें कई लगातार हो रही किसी विषय वाली बहस में खुद को शामिल कर मानसिक पीढ़ा का शिकार बन जाते हैं. इनमे से ज़्यादातर वो होते हैं, जिनका असल में कोई विशेष वास्ता नही होता. सोशल मीडिया का प्रयोग अब हमारी जिंदगी में बढ़ता जा रहा है और ये एक गंभीर बात है क्योंकि जहां सोशल मीडिया का इस युग में एक विशेष स्थान माना गया है तो वहीं यही सोशल मीडिया इंसानी प्रजातियों के लिए एक मानसिक समस्या बनती जा रहे हैं क्योंकि यह किसी आदत की तरह है जो कभी नहीं छूटने वाली.

उदाहरण के लिए, आपका सोशल मीडिया का उपयोग समस्याग्रस्त हो सकता है यदि यह आपको आमने-सामने के रिश्तों की उपेक्षा करने का कारण बनता है, आपको काम या स्कूल से विचलित करता है, या आपको ईर्ष्या, गुस्सा या उदास महसूस कराता है। इसी तरह, यदि आप सोशल मीडिया का उपयोग करने के लिए प्रेरित हैं क्योंकि आप ऊब गए हैं या अकेले हैं, या दूसरों को ईर्ष्या या परेशान करने के लिए कुछ पोस्ट करना चाहते हैं, तो यह आपकी सोशल मीडिया की आदतों का पुनर्मूल्यांकन करने का समय हो सकता है।

सोशल मीडिया के आपके मानसिक स्वास्थ्य पर पद रहे दुस्प्रभाव के लक्षण:

1. सोशल मीडिया पर अपनी तुलना दूसरों से करना:

मीडिया को अगर किसी फेंटेसी वर्ल्ड जैसा देखा जाए तो यह बात गलत नहीं होंगी क्योंकि लोग अक्सर सोशल मीडिया पर स्क्रोलिंग करते-करते अपनी जिंदगी यों को दूसरों की जिंदगी उनके रहन-सहन से कंपेयर कर ले जाते हैं और यही काम पर करने की भावना उनके अंदर एक आक्रोश और नकारात्मकता की भावना पैदा करता है

2. साइबरबुलिंग का अनुभव:

साइबरबुलिंग से अपरिचित तो नही, ये शब्द सोशल मीडिया की दुनिया का खलनायक है. हर कोई इस शब्द क इ चलते सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेट जानकारी को डालने से भयभीत रहेता है और कुछ लोगों ने इस शब्द के चलते खुद को जान तक ली है क्युकी इसके द्वारा क्रिमिनल्स धोखाधड़ी और क्राइम करते आ रहें हैं.

3. स्कूल या काम पर विचलित होना:

आप अपने बारे में नियमित पोस्ट करने, अपनी पोस्ट पर टिप्पणियां या पसंद प्राप्त करने, या मित्रों की पोस्ट पर तुरंत और उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया देने का दबाव महसूस करते हैं। अक्सर आप किसी तरह का कोई बंधन अपने सोसिला मीडिया लाइफ पर नही चाहते पर कभी-कभी दबाव के कारण आपको इस प्रतिस्प्रधा का भागदार बनना पड़ता है.

4. आत्मचिंतन के लिए समय नहीं निकालना:

जब से सोशल मीडिया ने हमारी जिंदगी में दखल किया है. तब से ही हम हमारे बारे में सोचना हमारे भविष्य के बारे में प्लान करना, हमारी भूतकाल में की गई गलतियों से सीखना हमारे वर्तमान के अच्छे बुरे कामो में हमारे खुद के दिमाग का स्थाई रूप से इस्तमाल लगभग खत्म हो गया है. अपने भूतकाल भविष्य काल और वर्तमान काल का हमें कोई ज्ञात नहीं रहता यह एक खतरनाक बात हो सकती है क्योंकि जब हम परिस्थितियों का सामना करेंगे और सोशल मीडिया पर अपनी जिंदगी बिता देंगे तो हमें हमें अंत में सिर्फ शून्य ही हासिल होगा.

5. सोशल मीडिया की नकारात्मक:

सोशल मीडिया खतरनाक हो सकता है और काम का भी है बस हमें याद रखने की जरूरत है कि सोशल मीडिया आज भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है. इसके खतरनाक परिणाम हो सकते हैं अपनी हर सोशल मीडिया पोस्ट आपको पोस्ट करने से पहले ध्यान देना चाहिए किसी भी तरह की निजी जानकारी पोस्ट ना किया जाए उसी में ही भलाई है. क्योंकि ना ही यह हमारी सुरक्षा पर नहीं उठाती है बल्कि यह हमें नकारात्मकता की ओर खींच के ले कर जाती है सकारात्मक चीजें हो और सोशल मीडिया पर हम नियमित रूप से काम रखें तो ही बेहतर है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by वैशाली शर्मा