छाछ का सेवन सेहत को काफी लाभ पहुंचाता है। क्योंकि छाछ पोषक तत्वों से भरपूर होता है। छाछ में विटामिन्स, प्रोटीन, पोटैशियम, फॉस्फोरस, गुड बैक्टीरिया, लैक्टिक एसिड, कैल्शियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं, साथ ही स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में भी मदद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें छाछ का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। जी हां तो आइए इस लेख के जरिए जानते हैं किन-किन लोगों का छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए।
इन 7 लोगों को नहीं करना चाहिए छाछ का सेवन-These People Should Not Drink Buttermilk In Hindi
बुखार होने पर न पिएं
बुखार (Fever) होने पर छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। जी हां क्योंकि बुखार होने पर ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए। बुखार में छाछ का सेवन करने से बुखार बढ़ सकता है।
जोड़ों के दर्द में न पिएं
जोड़ों में दर्द, गठिया, अर्थराइटिस या मांसपेशियों में दर्द की समस्या होने पर छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। जी हां क्योंकि अगर आप ऐसे में छाछ का सेवन करते हैं, तो इससे जोड़ों में दर्द और अकड़न (Joint pain) की समस्या और ज्यादा हो सकती है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर न पिएं
हार्ट के मरीजों को भी छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। जी हां क्योंकि छाछ में सैचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के लेवल को बढ़ा सकती है। जिससे दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है।
सर्दी-जुकाम में न पिएं
अगर आप सर्दी-जुकाम (Cold) की समस्या से परेशान हैं, तो आपको छाछ का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। जी हां क्योंकि छाछ की तासीर ठंडी होती है, जो सर्दी-जुकाम की समस्या को बढ़ सकता है।
एक्जिमा में न पिएं
एक्जिमा (eczema) होने पर छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से एक्जिमा की समस्या और बढ़ सकती है। बता दें कि एक्जिमा स्किन से जुड़ा एक इन्फेक्शन है जिसमें आपको स्किन पर खुजली, जलन और कई अन्य समस्याएं होती हैं।
अस्थमा में न पिएं
अस्थमा (Astmna) के मरीजों को छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि अस्थमा के मरीज अगर खट्टी चीज या ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन करते हैं, तो इससे सांस से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती है।
लैक्टोज इनटॉलरेंस के मरीज न पिएं
अगर आप लैक्टोज इनटॉलरेंस (lactose intolerance) के मरीज हैं तो आपको छाछ का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि लैक्टोज इनटॉलरेंस के मरीजों को दूध और दही पचता नहीं है, जिससे आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।