थाइरोइड (Thyroid) गले में स्थित एक ग्लैंड का नाम है। यह ग्लैंड गले के आगे के हिस्से में मौजूद होता है और इसका आकार एक तितली के समान होता है। यह बॉडी के कई तरह के मेटाबोलिज्म प्रतिक्रिया को कण्ट्रोल करने के काम आता है। आयुर्वेद के अनुसार, वात, पित्त व कफ के कारण थायरॉइड संबंधित रोग होता है। जब शरीर में वात एवं कफ दोष हो जाता है तब व्यक्ति को थायरॉइड होता है। इस लेख में आप थाइरोइड के लक्षण, कारण व घरेलु उपचार के बारे में जान पाएंगे।
घर बैठे थायराइड के लक्षण जाने और अपनाएं घरेलू इलाज : Thyroid - Types, Symptoms And Home Remedies In Hindi
थाइरोइड 2 टाइप के होता है :- 2 Types Of Thyroid
1. हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) में वजन घटना, गर्मी न झेल पाना, ठीक से नींद न आना, प्यास लगना, अत्यधिक पसीना आना, हाथ कांपना, दिल तेजी से धड़कना, कमजोरी, चिंता, और अनिद्रा शामिल हैं।
2. हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) में सुस्ती, थकान, कब्ज, धीमी हृदय गति, ठंड, सूखी त्वचा, बालों में रूखापन, अनियमित मासिकचक्र और इन्फर्टिलिटी के के लक्षण दिखाई देते हैं।
थाइरोइड होने पर अपनाएं ये 10 घरेलु इलाज :-
1. तुलसी (Tulsi - Holy Basil)
दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिला कर सेवन करें। इससे थायरॉइड रोग ठीक होता है।
2. हरी धनिया (Coriander)
हरी धनिया को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर पिएं। इससे थायरॉइड रोग से आराम मिलेगा।
3. त्रिफला का चूर्ण (Triphala Powder)
प्रतिदिन एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करें। यह ऐसे में बहुत फायदेमंद होता है।
4. हल्दी और दूध का मिश्रण (Turmeric Milk)
प्रतिदिन दूध में हल्दी पका कर पीने से भी थायराइड का उपचार होता है।
5. मुलेठी का सेवन करें (Mulethi)
मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड थायरॉइड कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
6. अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करें (Ashwagandha Powder)
रात को सोते समय एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ लें। इसकी पत्तियों या जड़ को भी पानी में उबालकर पी सकते हैं। अश्वगंधा हार्मोन्स के असंतुलन को दूर करता है।
7. लौकी का जूस (Bottle Gourd's Juice)
खाली पेट लौकी का जूस पीने से थायराइड रोग में उत्तम काम करता है। यह रोग को शांत करता है।
8. काली मिर्च (Black Pepper)
थायराइड के घरेलू उपचार में नियमित रूप से भोजन में थोड़ी मात्रा में काली मिर्च का सेवन करें।
9. अलसी का चूर्ण (Flax Seed Powder)
अलसी के चूर्ण का उपयोग थायरॉइड की समस्या में आराम पहुंचाता है क्योंकि अलसी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 पाया जाता है। ओमेगा-3 थायरॉइड के कार्य को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए थायरॉइड के रोगियों को नियमित रूप से अलसी के चूर्ण का उपयोग करना चाहिए।
10. नारियल का तेल का उपयोग (Coconut Oil)
थायरॉइड के रोगियों को कुकिंग ऑयल के रूप में नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
थायरॉइड होने पर अपना खान-पान कैसा रखें -
- ज्यादा से ज्यादा फलों एवं सब्जियों को भोजन में शामिल करें।
- विशेषकर हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। इनमें उचित मात्रा में आयरन होता है, जो थायरॉइड के रोगियों के लिए फायदेमंद है। साबुत अनाज का सेवन करें। गेहूँ और ज्वार का सेवन करें। इसमें फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स भरपूर मात्रा में होते हैं।
- पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें। मिनरल्स और विटामिन से युक्त भोजन लेने से थायरॉइड कन्ट्रोल करने में मदद मिलती है। आयोडीन युक्त आहार का सेवन करें।
- नट्स जैसे बादाम, काजू और सूरजमुखी के बीजों का अधिक सेवन करें। इनमें कॉपर की पर्याप्त मात्रा होती है, जो थायरॉइड में फायदेमंद होता है। दूध और दही का अधिक सेवन करना चाहिए।
- थायराइड के घरेलू इलाज के लिए आप विटामिन-ए का अधिक सेवन करें। इसके लिए आप गाजर खा सकते हैं।
- मुलेठी में मौजूद तत्व थायरॉइड ग्रन्थि को संतुलित बनाते हैं। यह थायरॉइड में कैंसर को बढ़ने से भी रोकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।