तोदरी जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होगी। तोदरी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। तोदरी पीले बीज वाली एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। हालांकि, इसके अन्य दो रंग और होते हैं। लेकिन पीले रंग की तोदरी का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। तोदरी ज्यादातर अप्रैल के महीने में मिलती है। सेहत के लिए इसके बहुत से औषधीय उपयोग किए जाते हैं। तो आइए जानते हैं किन बीमारियों में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
तोदरी के हैं कई लाभ, आपकी कई बीमारियां हो सकती हैं छूमंतर - Todri Ke Hain Kai Labh, Apki Kai Bimariyan Ho Sakti Hai Chumantar In Hindi
अस्थमा में फायदेमंद - अस्थमा (Asthma) एक बहुत ही गंभीर बीमारी होती है। अस्थमा के मरीज को सांस संबंधित बहुत सी परेशानी सहन करनी पड़ती है। लेकिन अगर आप अस्थमा में तोदरी के बीजों का सेवन करते हैं, तो बहुत आराम मिल सकता है। इसके उपचार के लिए आप 10 से 20 मिलीग्राम इसका उपयोग करें।
सूजन को करे कम - तोदरी सूजन (Swelling) को कम करने में बहुत लाभदायक साबित होती है। इसको पीसकर सूजन वाली जगह पर इसका लेप लगाने से सूजन को कम किया जा सकता है।
गठिया में है लाभदायक- गठिया रोग (Arthritis) में जोड़ों में दर्द होता है, जो कि बहुत ही ज्यादा असहनीय होता है। गठिया की बीमारी बहुत ही ज्यादा पीड़ा देने वाली होती है। इसके दर्द को कम करने के लिए तोदरी का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आप तोदरी के फूलों को ऑलिव आयल में अच्छे से पकाकर इसे छान लें और जिस जगह भी दर्द हो रहा है, इस तेल को उस जगह पर लगाएं। ऐसा करने से दर्द बहुत हद तक कम हो जाएगा।
आयरन की कमी को करें दूर - आजकल देखा गया है कि कई लोगों को खून की कमी होती है यानी बहुत से लोग एनिमिक (Anemic) होते हैं जिसके कारण कमजोरी लगना, आलस आने जैसी समस्या होती है। आयरन की कमी को दूर करने के लिए तोदरी का काढ़ा बनाकर नियमित रूप से 10-20 मिली का सेवन करें। इससे शरीर में हुई आयरन की कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।