क्या आप माइग्रेन से निपटते-निपटते थक गए हैं? तो ये जान लीजिये की अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने से भी राहत मिल सकती है। ऐसा करने का एक स्वादिष्ट तरीका यह है कि माइग्रेन से लड़ने वाले गुणों के लिए जानी जाने वाली सामग्री से भरपूर घर पर बनी स्मूदी तैयार की जाए।
यहां पोषक तत्वों से भरपूर स्मूदी का एक सरल लेकिन प्रभावी नुस्खा दिया गया है जो माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है:
सामग्री:
· 1 कप पालक
· 1/2 कप केल
· 1/2 कप अनानास के टुकड़े
· 1/2 कप ब्लूबेरी
· 1 पका हुआ केला
· 1 बड़ा चम्मच पिसे हुए अलसी के बीज
· 1 बड़ा चम्मच चिया बीज
· 1 चम्मच कसा हुआ अदरक
· 1 कप बिना चीनी वाला बादाम का दूध
· बर्फ के टुकड़े
निर्देश:
1. अपनी सामग्री तैयार करें:
यदि आप ताजे फलों का उपयोग कर रहे हैं, तो उन्हें अच्छी तरह धो लें।
2. चीज़ों को ब्लेंड करें:
एक ब्लेंडर में पालक, केल और बादाम का दूध मिलाएं। तब तक ब्लेंड करें जब तक कि साग अच्छी तरह से मिल न जाए और मिश्रण चिकना न हो जाए।
3. फल और बीज जोड़ें:
इसके बाद, ब्लेंडर में अनानास के टुकड़े, ब्लूबेरी, केला, पिसे हुए अलसी के बीज, चिया बीज और कसा हुआ अदरक डालें।
4. चिकना होने तक ब्लेंड करें:
सभी सामग्रियों को एक साथ तब तक ब्लेंड करें जब तक आपको एक स्मूथ स्थिरता प्राप्त न हो जाए। यदि स्मूदी बहुत गाढ़ी है, तो आप अपनी वांछित स्थिरता प्राप्त करने के लिए अधिक बादाम का दूध या पानी मिला सकते हैं।
5. चखें:
स्मूदी को चखें और यदि आवश्यक हो तो अधिक फल डालकर मिठास बढ़ा लें।
6. परोसें और आनंद लें:
स्मूदी को एक गिलास में डालें, अगर चाहें तो बर्फ के टुकड़े डालें और ताज़ा आनंद लें!
यह स्मूथी क्यों काम करती है:
· पत्तेदार सब्जियाँ: पालक और केल मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो माइग्रेन की आवृत्ति और गंभीरता को कम करने में मदद करते हैं।
· जामुन: ब्लूबेरी एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं, जो माइग्रेन से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं।
· अनानास: अनानास में ब्रोमेलैन होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाला एक एंजाइम है जो माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
· केला: केले में मैग्नीशियम और पोटेशियम उच्च मात्रा में होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देने और माइग्रेन के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।
· अलसी और चिया बीज: ये बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जिनमें सूजन-रोधी गुण होते हैं और माइग्रेन की आवृत्ति को कम करने में मदद कर सकते हैं।
· अदरक: अपने सूजन-रोधी गुणों के कारण अदरक का उपयोग सदियों से सिरदर्द और माइग्रेन के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।